Sun, 29 December 2024 11:51:39pm
गांधीनगर में आयोजित 17वीं अर्बन मोबिलिटी इंडिया (UMI) कॉन्फ्रेंस में इस बार भुवनेश्वर ने 'सर्वश्रेष्ठ सार्वजनिक परिवहन प्रणाली' का पुरस्कार जीतकर देश भर में सुर्खियाँ बटोरी। श्रीनगर को 'सर्वश्रेष्ठ गैर-मोटर चालित परिवहन प्रणाली' का सम्मान दिया गया, जो उसके पर्यावरण-अनुकूल कदमों की एक अहम पहचान है। इसके साथ ही, केंद्रीय मंत्री श्री मनोहर लाल ने 18वीं UMI कॉन्फ्रेंस का आयोजन स्थल गुरुग्राम घोषित किया, जो अगले वर्ष हरियाणा में आयोजित की जाएगी।
17वीं UMI कॉन्फ्रेंस में पुरस्कार जीतना न केवल शहरों की प्रणाली के गुणवत्ता का प्रमाण है, बल्कि यह शहरी परिवहन में नवाचार और जनसाधारण के अनुकूल साधनों का प्रतीक भी है। भुवनेश्वर को 'सर्वश्रेष्ठ सार्वजनिक परिवहन प्रणाली' के खिताब से नवाज़ा गया, जिससे यह स्पष्ट होता है कि शहर ने अपने नागरिकों के लिए उन्नत और सुलभ परिवहन सेवाएं प्रदान की हैं। इसी तरह, श्रीनगर को 'सर्वश्रेष्ठ गैर-मोटर चालित परिवहन प्रणाली' का खिताब मिला, जो यह दर्शाता है कि शहर पर्यावरण-संवेदनशीलता और कार्बन फुटप्रिंट में कमी के प्रति गहरी प्रतिबद्धता रखता है।
Sl. No. | Award Category | Winner City |
1 | City with the Most Sustainable Transport System | Kochi |
2 | City with the Best Public Transport System | Bhubaneswar |
3 | City with the Best Non-Motorized Transport System | Srinagar |
4 | City with the Best Safety and Security System & Record | Gandhinagar |
5 | City with the Best Intelligent Transport System (ITS) | Surat |
6 | City with the Most Innovative Financing Mechanism | Jammu |
7 | City with Best Record of Public Involvement in Transport | Bengaluru |
8 | Metro Rail with the Best Multimodal Integration | Bengaluru |
9 | Metro Rail with the Best Passenger Services and Satisfaction | Mumbai |
कॉन्फ्रेंस के समापन समारोह में केंद्रीय मंत्री श्री मनोहर लाल ने 'वन नेशन वन कार्ड' नीति पर प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के विजन का जिक्र किया। नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड (NCMC) की इस पहल ने देशभर में मेट्रो सिस्टम में एक समान डिजिटल भुगतान प्रणाली की शुरुआत की है। यह कार्ड, जिसे अब कई मेट्रो शहरों ने अपनाया है, शहरी परिवहन में एक क्रांतिकारी बदलाव लाने की क्षमता रखता है, जिससे नागरिकों के लिए विभिन्न परिवहन साधनों के बीच ट्रांजिशन सुगम होता जा रहा है।
इस कॉन्फ्रेंस में भारत और विदेश से आए प्रतिनिधियों ने भाग लिया, जिसमें प्रमुख रूप से 76 प्रदर्शक और 2200 से अधिक प्रतिनिधि शामिल थे। 'स्टैंडर्डाइजेशन और ऑप्टिमाइजेशन ऑफ़ अर्बन ट्रांसपोर्ट सॉल्यूशन्स' पर आधारित इस वर्ष की थीम ने भारतीय शहरी परिवहन के मानकीकरण की दिशा में सुधार के उपायों पर जोर दिया।
ई-बस पारिस्थितिकी तंत्र, मेट्रो प्रणाली में लागत का मापन, और शहरी फंडिंग जैसे विषयों पर विस्तार से चर्चा हुई। सम्मेलन में ‘क्लीन एयर सिटीज’ और छोटे शहरों के परिवहन समाधानों पर भी गहन विचार-विमर्श हुआ, जिससे परिवहन का एक व्यापक और प्रभावी प्रणाली बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया गया।
इस महत्वपूर्ण सम्मेलन का आयोजन भारत सरकार के आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय द्वारा किया गया, जिसमें गुजरात मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन और गुजरात सरकार का सहयोग रहा। इस अवसर पर मंच की शोभा बढ़ाने वाले प्रमुख हस्तियों में केंद्रीय मंत्री श्री मनोहर लाल, श्री तोखन साहू, श्री कनुभाई देसाई (गुजरात के वित्त और ऊर्जा मंत्री), और श्री के. सी. महापात्रा (ओडिशा के आवास और शहरी विकास मंत्री) शामिल थे।
इस दौरान श्री तोखन साहू ने 'विकसित भारत 2047' के प्रधानमंत्री के सपने को साकार करने की दिशा में मेट्रो ट्रेनों की दैनिक सवारी के आंकड़े, जो एक करोड़ को पार कर चुके हैं, की चर्चा की। यह सम्मेलन 2008 से भारत में हर साल आयोजित किया जा रहा है, जिसमें शहरी परिवहन में हो रही समस्याओं का समाधान और उन्नति के नए तरीके तलाशे जाते हैं।
इस बार की कॉन्फ्रेंस के समापन पर केंद्रीय मंत्री श्री मनोहर लाल ने अगले वर्ष की 18वीं UMI कॉन्फ्रेंस का आयोजन स्थल गुरुग्राम, हरियाणा घोषित किया। यह घोषणा शहरी परिवहन में हरियाणा की विकासशील स्थिति और उसकी योजना की महत्ता को भी दर्शाती है।