Wed, 01 January 2025 08:47:47pm
जम्मू-कश्मीर के हस्तशिल्प और सांस्कृतिक धरोहर को अंतरराष्ट्रीय मंच पर पहचान दिलाने की दिशा में एक और कदम बढ़ाते हुए, 'वर्ल्ड क्राफ्ट काउंसिल' (WCC) अपने तीन दिवसीय 'वर्ल्ड क्राफ्ट फोरम' का आयोजन इस नवंबर में कर रही है। इस इवेंट का पहला चरण नई दिल्ली में 22 से 24 नवंबर तक और दूसरा चरण 25 से 27 नवंबर तक श्रीनगर के एसकेआईसीसी (SKICC) में होगा। इस महत्वपूर्ण आयोजन का उद्देश्य भारत के शिल्प और कला की समृद्ध विरासत का जश्न मनाना और उसे विश्व मंच पर प्रदर्शित करना है।
श्रीनगर को हाल ही में ‘वर्ल्ड क्राफ्ट सिटी’ का दर्जा दिया गया है, जिससे वह 66 विश्व शिल्प शहरों की विशिष्ट सूची में शामिल हो गया है। इस आयोजन का उद्देश्य शिल्पकारों को वैश्विक अवसर प्रदान करना, उनके अद्वितीय हस्तशिल्प को प्रोत्साहित करना और पर्यटन को बढ़ावा देना है, जो इस क्षेत्र की अर्थव्यवस्था में वृद्धि लाने में सहायक होगा।
प्रारंभिक बैठक में मुख्य सचिव की योजना
जम्मू-कश्मीर के मुख्य सचिव ने आयोजन की तैयारियों की समीक्षा बैठक में निर्देश दिए कि यह इवेंट क्षेत्र के हस्तशिल्प उद्योग को नए आयामों तक पहुंचाने में सहायक बने। उन्होंने हस्तशिल्प विभाग को स्थानीय शिल्पकारों और कारीगरों को इस आयोजन के प्रति जागरूक करने के लिए व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए। प्रशासन ने सोशल मीडिया और मुख्यधारा के मीडिया के माध्यम से प्रचार अभियान चलाने की योजना बनाई है, ताकि स्थानीय शिल्पकार और कलाकार अधिक से अधिक संख्या में इस कार्यक्रम से जुड़ सकें।
अंतर्राष्ट्रीय कलाकारों की भागीदारी
इस फोरम में दुनिया के विभिन्न देशों के करीब 50 कलाकार और शिल्पकार भाग लेंगे, जो अपने-अपने देश की शिल्प परंपराओं को पेश करेंगे। इस अवसर पर पाश्मीना, कश्मीरी कालीन और अन्य स्थानीय हस्तशिल्पों की प्रदर्शनी लगाई जाएगी, जिससे स्थानीय कारीगरों को अपने कला-कौशल को दर्शाने का अवसर मिलेगा। इस फोरम का उद्देश्य शिल्प उद्योग में आधुनिक तकनीक और नवाचार को जोड़ते हुए उसकी विरासत को संरक्षित करना और आगामी दशक के लिए नई नीतियां बनाना है।
भारत के हस्तशिल्प की विरासत को सम्मान
यह फोरम भारत की शिल्प कला को वैश्विक मंच पर अग्रणी स्थान दिलाने में सहायक होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर के हस्तशिल्प का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर समर्थन करते हुए कई मौकों पर कश्मीरी कला को बढ़ावा देने का कार्य किया है। वह विभिन्न वैश्विक नेताओं को जम्मू-कश्मीर में बने कलात्मक स्मृति चिह्न भेंट कर भारत के शिल्प और सांस्कृतिक धरोहर को बढ़ावा देने का प्रयास करते हैं।
पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
आयोजन के दौरान विदेशी और देशी पर्यटकों का श्रीनगर में आगमन बढ़ने की संभावना है, जिससे यहां की अर्थव्यवस्था और पर्यटन उद्योग को भी लाभ होगा। श्रीनगर का यह आयोजन स्थानीय शिल्पकारों के लिए अपनी कला का प्रसार करने और अपनी जीविका बढ़ाने का अवसर बनेगा। इस आयोजन में आने वाले पर्यटकों को श्रीनगर की समृद्ध संस्कृति और शिल्प कला का अनुभव करने का अवसर मिलेगा, जो इस क्षेत्र के विकास के लिए भी अत्यंत लाभदायक होगा।
इस प्रकार, ‘वर्ल्ड क्राफ्ट फोरम’ का आयोजन न केवल भारतीय शिल्प की विशिष्टता को प्रदर्शित करेगा बल्कि स्थानीय शिल्पकारों को वैश्विक स्तर पर एक नई पहचान भी दिलाएगा।
J&K: World Craft Council to celebrate diamond jubilee in Srinagar
— IANS (@ians_india) October 30, 2024
· WCC said that the landmark event is hosted here to commemorate the 60th anniversary of the World Crafts Council
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