Sun, 29 December 2024 11:11:15pm
रविवार को छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में नक्सली हमले ने एक बार फिर राज्य की सुरक्षा व्यवस्था को चुनौती दी। इस हमले में दो पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हुए, जिन्हें तत्काल हेलीकॉप्टर के माध्यम से रायपुर अस्पताल ले जाया गया। हमले की गंभीरता को देखते हुए सुरक्षा बलों ने इलाके में बड़े पैमाने पर खोज अभियान शुरू किया है।
घटना का विवरण:
अधिकारियों के अनुसार, यह घटना सुकमा के जगरगुंडा गांव के साप्ताहिक बाजार में सुबह करीब 8 से 9 बजे के बीच हुई। दोनों पुलिसकर्मी कर्तम देवा और सोढ़ी कन्ना, जो हाल ही में विशेष पुलिस अधिकारी (SPO) से जिला रिजर्व गार्ड (DRG) के पद पर पदोन्नत हुए थे, बाजार की सुरक्षा में तैनात थे। हमले के दौरान नक्सली, जो ग्रामीणों के वेश में आए थे, धारदार हथियारों के साथ हमला कर दिया, जिससे बाजार में हड़कंप मच गया।
हमले की योजना और बचाव अभियान:
हमले के बाद नक्सलियों ने घायल जवानों के हथियार भी छीन लिए और भीड़ में गायब हो गए। घटना के बाद से सुकमा पुलिस अधीक्षक किरण चव्हाण के नेतृत्व में सुरक्षाबलों ने सघन तलाशी अभियान शुरू कर दिया है ताकि नक्सलियों का पता लगाया जा सके और उन्हें पकड़ने का प्रयास किया जा सके।
इलाके की सुरक्षा व्यवस्था:
छत्तीसगढ़ में नक्सली गतिविधियों पर लगाम लगाने के लिए पहले से ही सख्त कदम उठाए जा रहे हैं, परंतु यह घटना दिखाती है कि नक्सलियों के छोटे समूह (जो चार से पाँच सदस्यों के होते हैं) अभी भी किस प्रकार सुरक्षा बलों पर हमला करने की ताक में रहते हैं। इसके बावजूद, सुरक्षा बलों ने इलाके में सुरक्षा के लिए और अधिक कदम उठाने की योजना बनाई है।
स्थिति की गंभीरता:
अधिकारियों के अनुसार, घायल जवानों की स्थिति अभी भी नाजुक बनी हुई है, और रायपुर में बेहतर चिकित्सा सुविधा के लिए उन्हें एयरलिफ्ट किया गया है। इस घटना ने नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा बलों की कठिनाइयों को उजागर किया है।
सुकमा जैसी नक्सल प्रभावित जगहों में सुरक्षा बलों के लिए चुनौतियां लगातार बढ़ रही हैं। राज्य सरकार और सुरक्षा एजेंसियां मिलकर इन हमलों को रोकने और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।