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Related Tags: महाराष्ट्र चुनाव 2024, ड्यूल EVM, 16+ उम्मीदवार सीटें, महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव, उम्मीदवार संख्या


महाराष्ट्र चुनाव 2024: 87 विधानसभा क्षेत्रों में वोटिंग के लिए लगेगी Dual EVMs, उम्मीदवारों की संख्या में वृद्धि के कारण व्यवस्था में बदलाव



अजय त्यागी [Source: PTI] 2024-11-05 08:43:07 महाराष्ट्र

महाराष्ट्र चुनाव 2024: 87 विधानसभा क्षेत्रों में वोटिंग के लिए लगेगी Dual EVMs [Source: PTI]
महाराष्ट्र चुनाव 2024: 87 विधानसभा क्षेत्रों में वोटिंग के लिए लगेगी Dual EVMs [Source: PTI]
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महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में इस बार रिकॉर्ड संख्या में उम्मीदवारों के कारण, 87 विधानसभा क्षेत्रों में ड्यूल EVM का उपयोग किया जाएगा। इस नई व्यवस्था से मतदाताओं को थोड़ी परेशानी और देरी का सामना करना पड़ सकता है, लेकिन यह कदम उम्मीदवारों की भारी संख्या को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है।

महाराष्ट्र में 20 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनावों में 288 सीटों के लिए कुल 4,140 उम्मीदवार मैदान में हैं। इनमें से 87 सीटों पर इतनी अधिक संख्या में उम्मीदवार हैं कि मतदान के लिए दो इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (EVM) की जरूरत होगी। चुनाव आयोग ने यह निर्णय उन निर्वाचन क्षेत्रों में लिया है जहाँ उम्मीदवारों की संख्या 16 से अधिक है। इसका मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि सभी उम्मीदवारों के नाम और प्रतीक आसानी से मतदाताओं तक पहुँच सकें, लेकिन इससे मतदाता प्रक्रिया में थोड़ा अधिक समय लग सकता है।

इस बार नामांकन वापसी की अंतिम तिथि के बाद, 7,078 नामांकन पत्रों में से 2,938 नामांकन वापस ले लिए गए, जिससे कुल 4,140 उम्मीदवार मैदान में हैं। 2019 के पिछले चुनाव की तुलना में इस बार उम्मीदवारों की संख्या में काफी बढ़ोतरी हुई है। पिछले चुनाव में कुल 5,543 नामांकन पत्र जमा हुए थे और 3,239 उम्मीदवार अंतिम दौर में चुनाव लड़े थे।

इस चुनाव में मुंबई के मझलगांव सीट पर 34 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं, जो कि राज्य में सबसे अधिक संख्या है। वहीं शाहदा (ST) सीट पर केवल तीन उम्मीदवार हैं, जो इस बार की सबसे कम संख्या है। मुंबई के अन्य निर्वाचन क्षेत्रों में मानखुर्द शिवाजी नगर से 22 उम्मीदवार हैं, जबकि चेंबूर और माहिम में सबसे कम 6-6 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं।

इस नई व्यवस्था में मतदाताओं को दो EVM पर अपने उम्मीदवारों के नाम और प्रतीकों की जांच करनी होगी। इससे जहां मतदाता प्रक्रिया में थोड़ा समय अधिक लगेगा, वहीं इससे निर्वाचन क्षेत्र में सभी उम्मीदवारों का प्रतिनिधित्व सुनिश्चित किया जा सकेगा। हालांकि, ड्यूल EVM के उपयोग से मतदाताओं में भ्रम की स्थिति बनने की संभावना भी है। अधिकारियों के अनुसार, निर्वाचन क्षेत्रों में भीड़भाड़ से बचने के लिए पर्याप्त प्रबंध किए गए हैं ताकि मतदाताओं को आसानी से मतदान का अवसर मिल सके।

राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी के कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, मतदाताओं को इस प्रक्रिया की जानकारी देने के लिए अलग-अलग माध्यमों से सूचनाएं दी जा रही हैं ताकि वे चुनाव के दिन किसी भी तरह की असुविधा का सामना न करें। इसके साथ ही, मतदान केंद्रों पर कर्मचारियों को विशेष रूप से प्रशिक्षित किया गया है ताकि वे मतदाताओं की सहायता कर सकें और चुनाव प्रक्रिया को सुचारू रूप से संचालित किया जा सके।

महाराष्ट्र में इस बार रिकॉर्ड संख्या में उम्मीदवारों के कारण मतदान प्रक्रिया में बदलाव देखा जा रहा है। यह कदम लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए उठाया गया है ताकि हर उम्मीदवार को उचित प्रतिनिधित्व मिल सके। मतदाताओं को दो EVM पर मतदान करने की प्रक्रिया को समझना होगा, लेकिन चुनाव आयोग द्वारा किए गए उचित प्रबंध इस प्रक्रिया को सुगम बनाने में सहायक होंगे।