Wed, 13 November 2024 05:31:40am
दिव्यांगजन की सहायता के लिए Giants Group इंदौर ने एक अनूठी पहल की शुरुआत की है, जिसका उद्देश्य देश को दिव्यांगता मुक्त भारत की ओर ले जाना है। इस परियोजना में इंदौर में 150 से अधिक ज़रूरतमंदों को कृत्रिम अंग और प्रोस्थेटिक्स मुफ्त में उपलब्ध कराए जाएंगे। सहयोगी संस्थाएँ – परमार्थ निकेतन ऋषिकेश और महावीर सेवा सदन कोलकाता – इस मुहिम का हिस्सा बनकर इस प्रयास को सफल बनाने में योगदान कर रही हैं।
दिव्यांगता मुक्त भारत का सपना साकार करने की दिशा में Giants Group इंदौर ने राज्य सरकार के समाज कल्याण विभाग के सहयोग से एक व्यापक अभियान की शुरुआत की है। यह अभियान ज़रूरतमंद दिव्यांग व्यक्तियों को मुफ्त कृत्रिम अंग और प्रोस्थेटिक्स प्रदान करने के लिए आयोजित किया जा रहा है।
यह परियोजना दो चरणों में संपन्न होगी। पहले चरण का आयोजन 14 से 19 नवंबर, 2024 तक किया जाएगा, जिसमें कोलकाता से आए चिकित्सा विशेषज्ञों की टीम एक मोबाइल कार्यशाला के माध्यम से लाभार्थियों के लिए अंग निर्माण और फिटिंग करेगी। यह कार्यशाला इंदौर के DDRC (पर्देशीपुरा) स्थल पर स्थापित की जाएगी, जहाँ विशेषज्ञ 150 चयनित व्यक्तियों के लिए कृत्रिम पैरों, हाथों और कैलिपर्स का निर्माण करेंगे और उन्हें लगाएंगे। इन लाभार्थियों का चयन अक्टूबर 2024 में आयोजित एक स्क्रीनिंग के दौरान किया गया था।
इस वितरण के दौरान विशेषज्ञों की टीम अतिरिक्त 300 व्यक्तियों की भी जांच करेगी, जिन्हें दूसरी बार की प्रक्रिया में शामिल किया जाएगा। दूसरे चरण का आयोजन 20 से 28 जनवरी, 2025 के बीच किया जाएगा, जिसमें आगे की ज़रूरतों के अनुसार प्रोस्थेटिक्स वितरित किए जाएंगे।
Giants Group इंदौर के सदस्य चमन लाल डागा ने बताया कि इस पहल का दूसरा चरण पहले चरण में पहचाने गए अतिरिक्त लाभार्थियों के लिए उन्नत कृत्रिम समाधानों पर केंद्रित होगा। इसका उद्देश्य उन लोगों को जीवन में नया अवसर देना है जो आर्थिक और सामाजिक कारणों से इस प्रकार की सहायता से वंचित रह जाते हैं।
इस प्रयास को सफल बनाने में महावीर सेवा सदन कोलकाता का अहम योगदान है, जो विशेषज्ञों की एक समर्पित टीम भेजकर चयन और फिटिंग प्रक्रिया में सहयोग कर रहा है। Giants Group इंदौर, परमार्थ निकेतन ऋषिकेश, और महावीर सेवा सदन कोलकाता की इस साझा पहल से दिव्यांगजन के जीवन को बेहतर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया जा रहा है।
इस अभियान का उद्देश्य दिव्यांगजन को स्वावलंबी और सशक्त बनाना है। यह पहल न केवल व्यक्तिगत स्तर पर दिव्यांगजन की सहायता करेगी, बल्कि समाज में समावेशन और समरसता का भी संदेश देगी। यह आयोजन एक बड़ी प्रेरणा के रूप में देखा जा रहा है, जो समाज के कमजोर तबके को मुख्यधारा में लाने का काम करेगा।