Sun, 29 December 2024 11:28:38pm
ओडिशा के भुवनेश्वर में एक महिला की शिकायत पर पुलिस ने कश्मीर में रहने वाले मोहम्मद समीर मंसूरी नाम के युवक को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि समीर ने अपनी धार्मिक पहचान छिपाकर महिला से दोस्ती की, उसे शारीरिक संबंध के लिए मजबूर किया और बाद में धर्म परिवर्तन कर निकाह करने का दबाव बनाने लगा। इस मामले ने 'लव जिहाद' का रूप ले लिया है, जिससे समाज में गहरी चिंता फैल गई है।
ऑनलाइन गेम से शुरू हुई दोस्ती
मूल रूप से बिहार के पूर्वी चंपारण का निवासी समीर वर्तमान में कश्मीर में इलेक्ट्रीशियन के रूप में कार्यरत था। 2022 में, समीर और पीड़िता की मुलाकात एक ऑनलाइन गेमिंग ऐप के जरिए हुई, और धीरे-धीरे उनकी दोस्ती में प्रेम का रिश्ता बनने लगा। समीर ओडिशा में उससे मिलने आया और पुरी में कुछ समय बिताया। पीड़िता का आरोप है कि इस दौरान समीर ने उसे शारीरिक संबंध बनाने के लिए मजबूर किया और उसके अंतरंग वीडियो रिकॉर्ड किए, जो बाद में ब्लैकमेलिंग का माध्यम बने।
धर्म परिवर्तन और ब्लैकमेलिंग के आरोप
पीड़िता के अनुसार, जब उसने समीर से दूरी बनानी शुरू की, तो उसने धमकी दी कि उनके निजी पलों के वीडियो को सार्वजनिक कर देगा। समीर ने महिला को धर्म परिवर्तन कर निकाह करने के लिए मजबूर किया, और जब महिला ने मना किया तो उसने वीडियो वायरल करने की धमकी देते हुए उसके परिवार से 5 लाख रुपये की मांग की। महिला के इनकार करने पर आरोपी ने वीडियो सोशल मीडिया पर डाल दिए, जिससे पीड़िता और उसके परिवार पर भारी मानसिक दबाव बना।
पुलिस की कार्रवाई और सबूत जब्ती
महिला की शिकायत पर भुवनेश्वर-कटक पुलिस आयुक्तालय की टीम ने जाल बिछाकर समीर को गिरफ्तार किया। समीर से ब्लैकमेलिंग में उपयोग किए गए फोन को जब्त कर फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है। अमर उजाला की रिपोर्ट के अनुसार पुलिस अधिकारी पिनाक मिश्रा ने कहा कि जांच जारी है, और महिला की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जा रही है।
'लव जिहाद' का दावा और सामाजिक प्रतिक्रिया
अमर उजाला की रिपोर्ट के अनुसार महिला के वकील, संध्या राजगुरु, ने इस घटना को 'लव जिहाद' का मामला बताते हुए आरोपी पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। इस आरोप ने स्थानीय और राष्ट्रीय स्तर पर एक विवाद को जन्म दिया है। ‘लव जिहाद’ शब्द का इस्तेमाल उन घटनाओं के लिए किया जाता है जहां कथित तौर पर मुस्लिम पुरुष हिंदू महिलाओं को विवाह के माध्यम से धर्म परिवर्तन के लिए प्रेरित करते हैं। इस मुद्दे ने ओडिशा और अन्य जगहों पर धार्मिक तनाव को और बढ़ा दिया है।
इस घटना ने ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म के माध्यम से बढ़ते धोखाधड़ी और ब्लैकमेल के मामलों की ओर भी ध्यान खींचा है, जहाँ लोग असल पहचान छिपाकर अनजान व्यक्तियों का भरोसा जीत लेते हैं।