Wed, 01 January 2025 08:48:30pm
राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के एक्शन प्लान के तहत लूणकरणसर में राष्ट्रीय साक्षरता दिवस पर एक विशेष जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में महिला एवं बाल विकास विभाग और स्थानीय पुलिस की सहभागिता से बाल विवाह रोकथाम और नशे के दुष्प्रभावों पर विचार-विमर्श हुआ।
बाल विवाह रोकथाम और जागरूकता का आग्रह
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थानाधिकारी गणेश बिश्नोई ने बाल विवाह को समाज की एक गंभीर बुराई बताया। उन्होंने कहा कि पुलिस और विधिक सेवा प्राधिकरण मिलकर जागरूकता अभियान चला रहे हैं ताकि बाल विवाह जैसी घटनाओं को रोका जा सके। श्री बिश्नोई ने यह भी कहा कि बाल विवाह के आयोजन में भाग लेने वाले भी अपराध के उतने ही दोषी हैं जितने इसे अंजाम देने वाले।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की भूमिका पर जोर
बिश्नोई ने क्षेत्र की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे नशे की रोकथाम और बाल विवाह की पहचान में सक्रिय भूमिका निभाएं। उन्होंने कहा कि इस सामाजिक समस्या को जड़ से खत्म करने के लिए समुदाय में मजबूत जागरूकता अभियान चलाना आवश्यक है।
विधिक सेवा प्राधिकरण के सदस्य श्रेयांस बैद का योगदान
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के पैनल सदस्य श्रेयांस बैद ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को प्राधिकरण की विभिन्न योजनाओं और हेल्पलाइन सेवाओं की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बाल विवाह रोकने के साथ-साथ साक्षरता बढ़ाने के लिए प्राधिकरण की सहायता से समुदाय तक विशेष संदेश पहुँचाना जरूरी है।
महिला सुपरवाइजर और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की भागीदारी
कार्यक्रम में महिला सुपरवाइजर गीता शर्मा और सुलोचना ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को मार्गदर्शन दिया। दामोलाई, राजासर और जैतपुर की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने कार्यक्रम में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और इस अभियान को सफल बनाने में अपनी तत्परता दिखाई।