Sun, 29 December 2024 11:13:35pm
सितंबर माह में भारत का औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (IIP) 3.1% बढ़ा है, जबकि पिछले अगस्त में इसमें 0.1% की गिरावट देखी गई थी। यह वृद्धि उपभोक्ता मांग और मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में सुधार का संकेत देती है, जिससे रोजगार के अवसरों में भी बढ़ोतरी की संभावना है।
औद्योगिक उत्पादन में सुधार
भारत के औद्योगिक उत्पादन सूचकांक में सितंबर 2024 में 3.1% की वृद्धि दर्ज की गई, जो अगस्त के 0.1% संकुचन से बड़ा सुधार है। यह जानकारी सांख्यिकी मंत्रालय द्वारा जारी की गई है।
मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की मुख्य भूमिका
औद्योगिक उत्पादन सूचकांक में 3.9% की वृद्धि के साथ मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर ने मुख्य योगदान दिया है। मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में तीन प्रमुख योगदानकर्ताओं में "कोक और परिष्कृत पेट्रोलियम उत्पाद" में 5.3%, "बेसिक मेटल्स" में 2.5%, और "विद्युत उपकरणों का निर्माण" में 18.7% की वृद्धि शामिल है।
उपभोक्ता ड्यूरेबल्स में बढ़ोतरी
सितंबर में उपभोक्ता ड्यूरेबल्स जैसे टीवी, रेफ्रिजरेटर में 6.5% की बढ़ोतरी देखी गई, जो बढ़ती उपभोक्ता मांग का प्रतीक है। इसके साथ ही, नॉन-ड्यूरेबल्स जैसे साबुन, कॉस्मेटिक्स का उत्पादन 2.0% बढ़ा, जिससे घरेलू उपयोग के सामानों की मांग में भी वृद्धि का संकेत मिलता है।
माइनिंग और बिजली उत्पादन में मामूली वृद्धि
बिजली उत्पादन में 0.5% और खनन गतिविधियों में 0.2% की मामूली बढ़ोतरी हुई है। ये आंकड़े दर्शाते हैं कि ऊर्जा उत्पादन और खनन में भी वृद्धि हो रही है, लेकिन गति धीमी है।
इंफ्रास्ट्रक्चर और कैपिटल गुड्स का उत्पादन
इंफ्रास्ट्रक्चर और कंस्ट्रक्शन गुड्स में 3.3% की वृद्धि दर्ज की गई है, जो निर्माण कार्यों में तेजी और निवेश की ओर इशारा करती है। साथ ही, कैपिटल गुड्स का उत्पादन 2.8% बढ़ा, जो उद्योगों में निवेश को बढ़ावा देता है।
अप्रैल-सितंबर में समग्र वृद्धि
अप्रैल से सितंबर 2024 की अवधि में औद्योगिक उत्पादन में 4% की वृद्धि हुई है, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि में 6.2% की वृद्धि की तुलना में थोड़ी कम है। सितंबर में IIP में 3.1% की वृद्धि आर्थिक सुधार के संकेत देती है।
Source: IANS