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झारखंड में बांग्लादेशी घुसपैठ के मामले में ED ने चार लोगों को किया गिरफ्तार, चुनावों के बीच बड़ा खुलासा



अजय त्यागी 2024-11-13 08:57:09 झारखंड

प्रतीकात्मक फोटो : Internet
प्रतीकात्मक फोटो : Internet
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झारखंड में हाल ही में चार लोगों की गिरफ्तारी ने राजनीतिक माहौल को गरमा दिया है। इन गिरफ्तारियों का संबंध बांग्लादेशी घुसपैठ और मानव तस्करी के एक बड़े मामले से है, जिसमें कथित तौर पर बांग्लादेशी महिलाओं को भारत में तस्करी कर लाकर उनकी शिनाख्त को गलत तरीके से प्रमाणित किया गया। इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें दो बांग्लादेशी नागरिक और एक भारतीय महिला शामिल है।

घटना का विवरण: 
केंद्रीय जांच एजेंसी, प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बुधवार को यह जानकारी दी कि उन्होंने झारखंड और पश्चिम बंगाल के 17 स्थानों पर छापे मारे थे। छापेमारी के दौरान नकली आधार कार्ड, पासपोर्ट, अवैध हथियार, जालसाजी से जुड़े दस्तावेज, और अन्य आपत्तिजनक सामग्री बरामद की गई। ये छापे एक मामले की जांच का हिस्सा थे जिसमें बांग्लादेशी नागरिकों की अवैध घुसपैठ और तस्करी को लेकर पैसे की धोखाधड़ी की जा रही थी​।

गिरफ्तार किए गए आरोपी: 
गिरफ्तार किए गए चार आरोपियों में रॉनी मंडल और समीर चौधरी बांग्लादेशी नागरिक हैं, जबकि पिंटू हल्दर भारतीय हैं। इसके अलावा, पिंकी बसु मुखर्जी नामक भारतीय महिला को भी गिरफ्तार किया गया है। ये लोग कथित तौर पर अवैध रूप से बांग्लादेशी नागरिकों को भारत में तस्करी करने के लिए मदद कर रहे थे​।

आरोप और जांच का आधार: 
प्रवर्तन निदेशालय ने इस मामले की जांच को लेकर Prevention of Money Laundering Act (PMLA) के तहत एक केस दर्ज किया है। झारखंड पुलिस द्वारा जून में दर्ज एक एफआईआर के आधार पर यह जांच शुरू हुई थी। आरोप है कि बांग्लादेशी महिलाएं भारत में प्रवेश करके अवैध रूप से काम करने के लिए ललाई गई थीं। कुछ महिलाओं ने दावा किया था कि उन्हें काम दिलाने के नाम पर गलत तरीके से तस्करी कर ली गई थी​।

राजनीतिक प्रतिक्रियाएं: 
झारखंड में विधानसभा चुनावों के बीच यह मामला राजनीतिक चर्चाओं का विषय बन गया है। भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने राज्य सरकार पर आरोप लगाया कि वे इस घुसपैठ को बढ़ावा दे रहे हैं और इससे आदिवासी इलाकों का जनसांख्यिकीय संतुलन बदलने की कोशिश की जा रही है। दूसरी ओर, झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) और कांग्रेस ने आरोप लगाया कि यह ED की कार्रवाई भाजपा के राजनीतिक फायदे के लिए की जा रही है​।

झारखंड में बांग्लादेशी घुसपैठ को लेकर राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप के बीच ED की कार्रवाई ने इस मुद्दे को और अधिक संवेदनशील बना दिया है। छापेमारी में मिले दस्तावेज और गिरफ्तारियां यह दर्शाते हैं कि इस मामले में एक संगठित नेटवर्क काम कर रहा था। झारखंड के चुनावी माहौल में यह मामले कई सवालों को जन्म दे रहे हैं, जो आने वाले दिनों में और गहरे हो सकते हैं।