Fri, 15 November 2024 03:31:56am
आज जब हर आयु वर्ग मोबाइल और सोशल मीडिया के प्रभाव में है, शेरे युवा क्लब, पचौरी, सांस्कृतिक संध्या के माध्यम से अपनी लोक कलाओं को पुनर्जीवित कर समाज में जागरूकता ला रहा है। यह अनोखी पहल समाज के विभिन्न तबकों को जोड़ने और ग्रामीण कलाकारों को मंच प्रदान करने में अहम योगदान दे रही है। बता दें कि पचौरी बिहार के नालंदा जिले के बिहारशरीफ ब्लॉक में एक गांव है।
शेरे युवा क्लब का प्रयास
जिला परिषद के प्रतिनिधि शम्भु कुशवाहा के अनुसार, इस पहल का उद्देश्य लुप्त होती नाटक, झांकी, और लौंडा डांस जैसी परंपराओं को पुनर्जीवित करना है, जो आधुनिक युग में भुलाई जा रही हैं।
सांस्कृतिक कार्यक्रम की मुख्य झलकियां
इस क्लब द्वारा प्रतिवर्ष कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर नुक्कड़ नाटक, कॉमिक और समसामयिक मुद्दों पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। इसी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए इस वर्ष "एक लोटा पानी" नामक नाटक का मंचन किया जा रहा है।
सामाजिक एकता और पर्यावरण संरक्षण का संदेश
पर्यावरणविद रोहित कुमार ने इस आयोजन को सामाजिक एकता का साधन बताया, जो लोगों को साथ लाने और गिले-शिकवे दूर करने में सहायक है। साथ ही उन्होंने प्रत्येक व्यक्ति को पौधा लगाने की अपील भी की। इस अवसर पर मुखिया प्रतिनिधि किशोर कुमार, पंचायत समिति प्रतिनिधि सुबोध पंडित, रवि कुमार, अरविंद कुमार आर्य, विजेंद्र कुमार, सुजीत कुमार सिन्हा, आजाद कुमार, दिलीप कुमार, शम्भु कुमार, मिथलेश कुमार, प्रमोद कुमार, दयानंद प्रसाद, विजय कुमार ने भी अपने विचार रखे।
स्थानीय प्रतिभाओं को मंच प्रदान करना
गांधी युवा क्लब के सचिव अमर वर्मा ने बताया कि यह कार्यक्रम ग्रामीण कलाकारों को अपनी कला दिखाने का एक महत्वपूर्ण अवसर देता है, जिससे न केवल सांस्कृतिक परंपराओं का संरक्षण होता है, बल्कि स्थानीय स्तर पर जागरूकता भी बढ़ती है।
संस्कृति को बढ़ावा देने का संकल्प
आदर्श युवा क्लब के अध्यक्ष भोला प्रसाद ने बताया कि पिछले चालीस वर्षों से यह क्लब हर वर्ष सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित कर समाज में संस्कृति का प्रचार-प्रसार कर रहा है।