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रूस ने लॉन्च किया इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल: यूक्रेन के डिनिप्रो पर हमला, वैश्विक चिंता बढ़ी



अजय त्यागी 2024-11-21 05:42:36 अंतर्राष्ट्रीय

प्रतीकात्मक फोटो : Internet
प्रतीकात्मक फोटो : Internet
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यूक्रेन के डिनिप्रो शहर पर रूस द्वारा इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) दागने की खबर ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय को झकझोर दिया है। यह पहली बार है जब रूस ने यूक्रेन युद्ध में इस प्रकार की मिसाइल का उपयोग किया है। इस घटना ने संभावित परमाणु खतरे और युद्ध के विस्तार की चिंता बढ़ा दी है।

डिनिप्रो पर हुआ भीषण हमला
रूसी सेना ने बीते रात डिनिप्रो शहर पर ICBM और अन्य 8 मिसाइलें दागीं। इनमें से 6 को यूक्रेनी वायुसेना ने मार गिराया। हालांकि, इस हमले में एक औद्योगिक क्षेत्र और विकलांग पुनर्वास केंद्र को नुकसान पहुंचा, और दो लोग घायल हुए। यूक्रेनी अधिकारियों ने इसे रूस की बढ़ती आक्रामकता का उदाहरण बताया।

रूस की नई परमाणु नीति: चिंता का विषय
हमले से दो दिन पहले, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अपनी परमाणु नीति में संशोधन किया। नई नीति में पारंपरिक हमले पर भी परमाणु प्रतिक्रिया की संभावना शामिल है। इस कदम ने वैश्विक स्तर पर तनाव को बढ़ा दिया है, क्योंकि यह स्पष्ट संकेत है कि रूस युद्ध में किसी भी सीमा तक जा सकता है।

उत्तर कोरियाई सैनिकों की एंट्री और अमेरिका का जवाब
इस बीच, उत्तर कोरियाई सैनिकों की रूस में उपस्थिति ने युद्ध को और अंतरराष्ट्रीय बना दिया है। इससे चिंतित होकर अमेरिका ने यूक्रेन को लंबी दूरी की मिसाइलें प्रदान करने की नीति अपनाई। इन मिसाइलों से रूस के अंदर हमले किए जा रहे हैं, जिनसे पुतिन ने नाटो और अमेरिका को युद्ध में घसीटने की धमकी दी है।

विशेषज्ञों की राय: परमाणु शक्ति का प्रदर्शन या डराने की रणनीति?
विशेषज्ञों का मानना है कि ICBM का उपयोग रूस की परमाणु शक्ति का प्रदर्शन है। हालांकि, यह यूक्रेन पर एक संदेश है, लेकिन साथ ही पश्चिमी देशों को डराने की रणनीति भी हो सकती है। ICBM की विशाल क्षमता और इसके संभावित परमाणु उपयोग ने इसे इस युद्ध का सबसे गंभीर मोड़ बना दिया है।

अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया और भविष्य की चिंताएं
यूक्रेन के इस दावे पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय की नजर है। अगर रूस के ICBM उपयोग की पुष्टि होती है, तो यह वैश्विक शांति और सुरक्षा के लिए गंभीर चुनौती बन सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस स्थिति में तुरंत कूटनीतिक हस्तक्षेप की आवश्यकता है।