Sat, 04 January 2025 03:06:01pm
झालावाड़ में वन संपदा की सुरक्षा के लिए एक बड़ी कार्रवाई हुई है। अवैध खनन की शिकायतों के बीच वन विभाग ने कठोर कदम उठाए, जिससे खनन माफियाओं में खलबली मच गई। इस कार्रवाई में दो वनकर्मियों को लापरवाही के चलते सस्पेंड भी किया गया।
अवैध खनन पर कार्रवाई:
झालावाड़ वन विभाग के उप संरक्षक सागर पंवार के नेतृत्व में कोकंदा और धनवास कोटड़ा इलाके में अवैध खनन पर सर्च ऑपरेशन चलाया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में पत्थर के स्लैब बरामद हुए। खनन माफिया कार्रवाई की भनक लगते ही मौके से फरार हो गए, लेकिन विभाग की टीम ने मौके पर मौजूद अवैध खनिज सामग्री जब्त कर ली।
लंबे समय से मिल रही थी शिकायतें:
सागर पंवार ने बताया कि इन इलाकों में अवैध खनन की शिकायतें लगातार मिल रही थीं। वन विभाग ने इस पर त्वरित प्रतिक्रिया देते हुए गश्ती दल को सक्रिय किया और सर्च अभियान को अंजाम दिया। यह कार्रवाई अवैध खनन के खिलाफ उनकी कठोर नीति को दर्शाती है।
दो वनकर्मी सस्पेंड:
जांच के दौरान यह पाया गया कि वनकर्मी जितेंद्र सिंह और कृष्णपाल अपनी ड्यूटी निभाने में असफल रहे। दोनों को लापरवाही का दोषी मानते हुए निलंबित कर दिया गया। सागर पंवार ने स्पष्ट किया कि वन संपदा की सुरक्षा में किसी भी तरह की चूक बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
पिछली कार्रवाइयां:
इससे पहले पिडावा क्षेत्र में वन विभाग ने अवैध लकड़ी व्यवसाय के खिलाफ कार्रवाई की थी, जहां आरा मशीन और अन्य उपकरण जब्त किए गए थे। यह दर्शाता है कि वन विभाग राज्य में अवैध गतिविधियों को खत्म करने के लिए लगातार सक्रिय है।
सरकार की सख्त हिदायतें:
मुख्यमंत्री और वरिष्ठ अधिकारियों ने वन विभाग को सख्त निर्देश दिए हैं कि वन संपदा को नुकसान पहुंचाने वालों पर कठोर कार्रवाई की जाए। वन विभाग ने सभी रेंज अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में नियमित निगरानी रखने के निर्देश भी दिए हैं।
झालावाड़ में हुई यह कार्रवाई वन संपदा की सुरक्षा और खनन माफिया पर नकेल कसने की दिशा में एक बड़ा कदम है। सस्पेंड हुए कर्मियों पर कार्रवाई से यह संदेश जाता है कि किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी।