Sun, 29 December 2024 11:23:00pm
नीमराना थाना पुलिस ने बहरोड़ में एक बड़ी कार्रवाई करते हुए अवैध हथियारों का जखीरा पकड़ा है। यह सफलता पुलिस को तब मिली जब मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर नाकेबंदी की गई। इस घटना ने इलाके में हलचल मचा दी है, क्योंकि पुलिस को संदेह है कि आरोपियों की योजना किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की थी।
मुखबिर की सूचना पर पुलिस की कार्रवाई
नीमराना की एडिशनल एसपी शालिनी राज ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने इलाके में सख्त नाकेबंदी की। इस दौरान एक संदिग्ध कैम्पर गाड़ी को रोका गया। जब गाड़ी की तलाशी ली गई, तो उसमें से देशी कट्टा, पिस्टल और बड़ी मात्रा में कारतूस बरामद हुए।
दो आरोपियों की गिरफ्तारी
गाड़ी में सवार आरोपी चीता नंद उर्फ लाला पुत्र वीरसिंह यादव (निवासी बाटखानी) और उसके सहयोगी मगन सिंह पुत्र घीसाराम गुर्जर (निवासी मंगलावास, अलवर) को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के अनुसार, जब आरोपियों से हथियारों के बारे में पूछताछ की गई, तो वे कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे सके।
आरोपियों की साजिश और संभावित मकसद
एडिशनल एसपी शालिनी राज ने संकेत दिया कि आरोपियों के पास से बरामद हथियार यह दर्शाते हैं कि वे किसी बड़ी आपराधिक साजिश की तैयारी में थे। हालांकि, यह जांच के बाद ही स्पष्ट होगा कि वे इन हथियारों का उपयोग खुद करना चाहते थे या इन्हें बेचने की योजना बना रहे थे।
हथियार सप्लाई नेटवर्क का पर्दाफाश
पुलिस ने आरोपियों को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया है। रिमांड के दौरान उनसे अन्य संदिग्धों और हथियारों के सप्लाई नेटवर्क के बारे में जानकारी जुटाई जाएगी। पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि ये हथियार किन आपराधिक गिरोहों को सप्लाई किए जाने वाले थे।
पुलिस की सतर्कता से बची बड़ी वारदात
इस कार्रवाई ने पुलिस की सतर्कता और अपराध रोकने की तत्परता को उजागर किया है। यदि यह अवैध हथियारों का जखीरा पकड़ा नहीं जाता, तो यह संभव था कि बहरोड़ या आसपास के क्षेत्र में किसी बड़ी आपराधिक वारदात को अंजाम दिया जा सकता था।
अवैध हथियारों पर लगाम का प्रयास
नीमराना पुलिस की यह कार्रवाई अपराधियों के मंसूबों पर पानी फेरने में सफल रही है। यह घटना न केवल स्थानीय सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि पुलिस के लिए अपराधियों के नेटवर्क को तोड़ने का एक अवसर भी प्रदान करती है।