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भरतपुर में रिश्वतखोरी का पर्दाफाश: पशुपालक से लोन के नाम पर रिश्वत लेते अधिकारी गिरफ्तार



अजय त्यागी 2024-11-27 10:58:44 राजस्थान

आरोपी अधिकारी सौरभ कुमार गुप्ता
आरोपी अधिकारी सौरभ कुमार गुप्ता
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भरतपुर जिले में एक बार फिर रिश्वतखोरी का मामला सामने आया है। एक पशुपालक को अपनी भैंसों के लिए चारे का लोन लेने की प्रक्रिया में वरिष्ठ पशु चिकित्सा अधिकारी को रिश्वत देनी पड़ी। इस घटना ने सरकारी व्यवस्था में व्याप्त भ्रष्टाचार को उजागर किया। एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने आरोपी को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया है।

पशुपालक की शिकायत से खुला मामला
एसीबी भरतपुर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अमित सिंह ने बताया कि रूपवास के वरिष्ठ पशु चिकित्सा अधिकारी सौरभ कुमार गुप्ता के खिलाफ एक पशुपालक ने शिकायत दर्ज कराई थी। पशुपालक ने अपनी चार भैंसों के चारे-पानी के लिए प्रति पशु ₹25,000 का लोन लेने के लिए आवेदन किया था। इस प्रक्रिया में, अधिकारी ने प्रति पशु ₹500 की रिश्वत की मांग की।

सत्यापन और रंगे हाथों गिरफ्तारी
पशुपालक की शिकायत पर एसीबी ने मामले की जांच शुरू की। सत्यापन के दौरान, अधिकारी ने पहले ही ₹1,000 की रिश्वत ले ली थी। बुधवार को जब अधिकारी ने शेष ₹1,000 की मांग की और इसे स्वीकार किया, तो एसीबी की टीम ने उन्हें रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।

आरोपी से पूछताछ जारी
फिलहाल आरोपी अधिकारी सौरभ कुमार गुप्ता को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। यह पूछताछ एसीबी की अतिरिक्त महानिदेशक स्मिता श्रीवास्तव के निर्देशन में की जा रही है। जांच का उद्देश्य यह पता लगाना है कि क्या आरोपी पहले भी इसी प्रकार के मामलों में शामिल रहा है और भ्रष्टाचार के इस नेटवर्क में और कौन-कौन शामिल हैं।

भ्रष्टाचार का बढ़ता मामला
भरतपुर में यह घटना सरकारी विभागों में व्याप्त भ्रष्टाचार की स्थिति को दर्शाती है। लोन जैसी सरल प्रक्रिया में भी रिश्वत की मांग ने पशुपालकों और आम जनता के विश्वास को आहत किया है। एसीबी की इस कार्रवाई ने भ्रष्टाचार के खिलाफ एक कड़ा संदेश दिया है।

सरकारी व्यवस्था में सुधार की आवश्यकता
यह घटना दर्शाती है कि सरकारी प्रक्रियाओं में पारदर्शिता और सख्त निगरानी की आवश्यकता है। भ्रष्टाचार न केवल आम जनता को परेशान करता है बल्कि विकास की गति को भी धीमा करता है।