Sun, 29 December 2024 11:22:09pm
राजस्थान की भरतपुर रेंज पुलिस ने अपराधियों पर शिकंजा कसते हुए एरिया डोमिनेशन अभियान के तहत 6 जिलों में बड़े पैमाने पर कार्रवाई की। 36 घंटे तक चली इस कार्रवाई में पुलिस ने 709 वांछित अपराधियों को गिरफ्तार किया। इस कार्रवाई से क्षेत्र में अपराधियों के बीच खौफ और आम जनता में पुलिस पर भरोसा बढ़ा है।
306 टीमों की संयुक्त कार्रवाई
भरतपुर रेंज के आईजी राहुल प्रकाश के नेतृत्व में यह ऐतिहासिक अभियान 25 नवंबर की सुबह से 26 नवंबर की मध्यरात्रि तक चला। संभाग के छह जिलों के पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिया गया था कि वे हार्डकोर, हिस्ट्रीशीटर, आदतन अपराधी और इनामी अपराधियों की सूची तैयार करें। 1259 पुलिसकर्मियों की 306 टीमों ने 1119 स्थानों पर दबिश देकर कार्रवाई को अंजाम दिया।
709 वांछित अपराधी गिरफ्तार
एरिया डोमिनेशन अभियान में कुल 709 वांछित अपराधियों को हिरासत में लिया गया। इनमें से 147 स्थाई वारंटी और उद्घोषित अपराधी थे। महिला अत्याचार के 16 अपराधी, जघन्य अपराधों में वांछित 35 अपराधी, 6 इनामी अपराधी, सामान्य अपराधों में वांछित 88 अपराधी, और नवीन दर्ज मामलों के 111 अपराधी शामिल थे। पुलिस ने 2 हार्डकोर अपराधियों को भी दबोचकर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की।
अवैध शराब और खनन पर भी कड़ी कार्रवाई
अवैध शराब बिक्री के खिलाफ भी बड़ी कार्रवाई की गई। 45 मामलों में 46 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया और 12,117 देशी पव्वे और 15 लीटर देशी हथकढ़ शराब जब्त की गई। इसी तरह, अवैध खनन के 8 मामलों में 14 लोगों को गिरफ्तार किया गया और 46 टन खनन सामग्री और 4 ट्रैक्टर ट्रॉलियां जब्त की गईं।
रेड रूट और पुलिस की रणनीति
आईजी राहुल प्रकाश ने बताया कि एरिया डोमिनेशन की कार्रवाई के लिए विशेष रेड रूट तैयार किया गया था। यह रणनीति अपराधियों को अचानक कार्रवाई से पकड़ने के लिए अपनाई गई। सभी टीमों ने समन्वित प्रयासों से इस अभियान को अंजाम दिया।
महिला अपराध और इनामी अपराधियों पर जोर
इस अभियान में महिला अपराधों से जुड़े 16 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया। साथ ही 6 इनामी अपराधियों को हिरासत में लिया गया, जिनकी लंबे समय से तलाश थी। यह कार्रवाई महिलाओं के प्रति बढ़ते अपराधों को रोकने और गंभीर अपराधियों को पकड़ने के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
पुलिस का संदेश: अपराधियों के लिए नहीं है जगह
पुलिस अधीक्षकों ने स्पष्ट किया कि यह अभियान अपराधियों को यह संदेश देने के लिए है कि कानून और व्यवस्था बनाए रखने में कोई समझौता नहीं होगा। यह कार्रवाई आने वाले समय में भी जारी रहेगी, जिससे क्षेत्र में अपराध पर प्रभावी नियंत्रण किया जा सके।