Mon, 30 December 2024 12:09:52am
कश्मीर घाटी में इन दिनों शीतलहर का प्रकोप बढ़ गया है, जिससे तापमान में भारी गिरावट आई है। श्रीनगर में न्यूनतम तापमान -2.1°C और शोपियां में -5.1°C दर्ज किया गया है। इस कड़ाके की ठंड के कारण नल, नदियाँ और जलाशय जमने लगे हैं, जिससे जनजीवन प्रभावित हो रहा है।
शीतलहर का प्रभाव
शीतलहर के कारण श्रीनगर और शोपियां सहित अन्य क्षेत्रों में जल स्रोत जमने लगे हैं। नल, नदियाँ और जलाशय बर्फ से ढक गए हैं, जिससे पानी की आपूर्ति में बाधा उत्पन्न हो रही है। स्थानीय निवासियों को पानी की कमी का सामना करना पड़ रहा है, और उन्हें वैकल्पिक स्रोतों से पानी लाने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।
स्वास्थ्य पर असर
कड़ाके की ठंड के कारण स्वास्थ्य समस्याएँ भी बढ़ रही हैं। श्वसन संबंधी बीमारियाँ, जैसे सर्दी, खांसी और बुखार, आम हो गई हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि अत्यधिक ठंड से बचने के लिए गर्म कपड़े पहनना, घर के अंदर रहना और पर्याप्त पोषण लेना आवश्यक है।
प्रशासन की तैयारी
प्रशासन ने शीतलहर के प्रभाव को कम करने के लिए कई कदम उठाए हैं। गर्म कपड़ों की आपूर्ति बढ़ाई गई है, और स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन किया गया है। साथ ही, जल आपूर्ति की समस्या को हल करने के लिए वैकल्पिक उपायों पर विचार किया जा रहा है।
निवासियों की सलाह
विशेषज्ञों और प्रशासन ने निवासियों से अपील की है कि वे अत्यधिक ठंड से बचने के लिए घर के अंदर रहें, गर्म कपड़े पहनें और स्वास्थ्य संबंधी सावधानियों का पालन करें। बच्चों और बुजुर्गों को विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है, क्योंकि वे ठंड से अधिक प्रभावित हो सकते हैं।
Jammu and Kashmir: The Kashmir Valley is experiencing a drop in temperature, with a chill breeze and freezing water in many areas, including taps, streams, and water bodies. Srinagar recorded -2.1°C and Shopian -5.1°C. People are advised to stay indoors during the early hours pic.twitter.com/t4C6tqAlDZ
— IANS (@ians_india) November 28, 2024