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प्रधानमंत्री मोदी ने भुवनेश्वर में डीजीपी/आईजीपी सम्मेलन में आंतरिक सुरक्षा पर चर्चा की



अजय त्यागी 2024-12-01 11:30:45 उड़ीसा

डीजीपी/आईजीपी सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी
डीजीपी/आईजीपी सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को भुवनेश्वर में आयोजित 59वें डीजीपी/आईजीपी सम्मेलन में देश के शीर्ष पुलिस अधिकारियों के साथ आंतरिक सुरक्षा, आतंकवाद निरोध, वामपंथी उग्रवाद, तटीय सुरक्षा, नए आपराधिक कानून और मादक पदार्थों के मुद्दों पर विस्तृत चर्चा की।

सम्मेलन में भाग लेने वाले अधिकारी
इस सम्मेलन में लगभग 250 पुलिस महानिदेशक (DGP) और पुलिस महानिरीक्षक (IGP) उपस्थित हैं, जबकि 200 से अधिक अधिकारी वर्चुअली शामिल हो रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, "भुवनेश्वर में डीजीपी/आईजीपी सम्मेलन का पहला दिन काफी सार्थक रहा। पुलिसिंग और सुरक्षा पर चर्चा हुई।"

गृह मंत्री अमित शाह का उद्घाटन भाषण
गृह मंत्री अमित शाह ने सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए कहा कि सुरक्षा एजेंसियों को पूर्वी सीमा पर उभरती सुरक्षा चुनौतियों, आव्रजन और शहरी पुलिस व्यवस्था के रुझानों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। उन्होंने जम्मू-कश्मीर, उत्तर-पूर्व और वामपंथी उग्रवाद प्रभावित राज्यों में सुरक्षा स्थिति में सुधार की सराहना की।

नए आपराधिक कानूनों का प्रभाव
शाह ने तीन नए आपराधिक कानूनों की भी चर्चा की, जो देश की आपराधिक न्याय प्रणाली को दंडात्मक से न्यायिक दृष्टिकोण में परिवर्तित करते हैं। उन्होंने कहा कि ये कानून भारतीय परंपरा में निहित हैं और आतंकवाद के खिलाफ शून्य-सहिष्णुता की नीति को बढ़ावा देते हैं।

सम्मेलन की विशेषताएं
इस वर्ष सम्मेलन में कुछ नई विशेषताएं जोड़ी गई हैं, जैसे योग सत्र, व्यापार सत्र, ब्रेक-आउट सत्र और विषयगत भोजन व्यवस्था। यह वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को प्रधानमंत्री के साथ महत्वपूर्ण पुलिसिंग और आंतरिक सुरक्षा मुद्दों पर अपने दृष्टिकोण और सुझाव प्रस्तुत करने का अवसर प्रदान करता है।

पुलिसिंग और सुरक्षा पर चर्चा
सम्मेलन में पुलिसिंग और सुरक्षा से संबंधित विभिन्न विषयों पर विचार-विमर्श किया गया, जिसमें अपराध नियंत्रण, कानून-व्यवस्था प्रबंधन, आंतरिक सुरक्षा खतरों, आतंकवाद निरोध, वामपंथी उग्रवाद, तटीय सुरक्षा, नए आपराधिक कानून और मादक पदार्थों के मुद्दे शामिल हैं।

भविष्य की दिशा
सम्मेलन ने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को एक मंच प्रदान किया है, जहां वे देश की सुरक्षा चुनौतियों का समाधान खोजने के लिए अपने विचार और सुझाव साझा कर सकते हैं। यह पुलिसिंग और आंतरिक सुरक्षा के क्षेत्र में सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।