Mon, 30 December 2024 12:12:06am
भरतपुर जिले के उद्योग नगर थाना क्षेत्र के मडरपुर गांव में एक गंभीर आगजनी की घटना हुई, जिसमें एक ही परिवार के पांच सदस्य और उन्हें बचाने आए दो अन्य लोग झुलस गए। घटना की सूचना मिलने पर थाना प्रभारी हनुमान सहाय और पुलिस की रिस्पॉन्स टीम मौके पर पहुंची। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
हादसे का विवरण
मडरपुर निवासी डालचंद ने बताया कि शाम को उसकी पुत्रवधु मंजू चूल्हे पर खाना बना रही थी। परिवार के अन्य सदस्य पास में बैठे खाना खा रहे थे और बच्चे खेल रहे थे। चूल्हे के ऊपर रखी अलमारी में 5 लीटर पेट्रोल से भरी कैन रखी थी, जो अचानक गिर गई। चूल्हे से लगी आग ने पूरे परिवार को अपनी चपेट में ले लिया।
ग्रामीणों का प्रयास
चीख-पुकार सुनकर आसपास के ग्रामीण मौके पर पहुंचे और आग बुझाने की कोशिश की। इस दौरान आग में झुलस रहे लोगों को बाहर निकाला गया। बचाव कार्य में दो ग्रामीण भी झुलस गए। सभी घायलों को तुरंत आरबीएम अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टरों ने तीन की गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें जयपुर रेफर कर दिया।
घायलों की सूची
घायलों में डालचंद (70), उनका बेटा प्रीतम (40), बहू मंजू (35), पोती हेमलता (6), पोता भारती (14), भांजा लवकुश (5) और प्रेम सिंह (34) शामिल हैं। थाना प्रभारी के अनुसार, परिवार का कोई सदस्य बाइक के लिए पेट्रोल लेकर आया था, जिसे अलमारी में रखा गया था। पेट्रोल की कैन गिरने से आग लग गई।
पुलिस की जांच
पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और मामले की जांच शुरू कर दी है। थाना प्रभारी हनुमान सहाय ने बताया कि प्रारंभिक जांच में यह हादसा दुर्घटनावश हुआ प्रतीत होता है। पेट्रोल की कैन गिरने से आग लगने की संभावना जताई जा रही है।
स्वास्थ्य विभाग की प्रतिक्रिया
आरबीएम अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. रामनिवास यादव ने बताया कि घायलों को प्राथमिक उपचार दिया गया है। तीन की गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें जयपुर रेफर कर दिया गया है। बाकी घायलों का इलाज अस्पताल में जारी है।
समुदाय की प्रतिक्रिया
गांव के सरपंच रामनिवास यादव ने घटना पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि यह हादसा बहुत दुखद है। गांववासियों ने पीड़ित परिवार की सहायता के लिए आगे आने का आश्वासन दिया है।
यह घटना आगजनी के कारणों और बचाव उपायों पर पुनर्विचार करने की आवश्यकता को दर्शाती है। पेट्रोल जैसी ज्वलनशील वस्तुओं को घरों में सुरक्षित स्थानों पर रखना और बच्चों की पहुंच से दूर रखना आवश्यक है। साथ ही, आगजनी के मामलों में त्वरित प्रतिक्रिया के लिए समुदाय की जागरूकता और तत्परता महत्वपूर्ण है।