Sun, 29 December 2024 11:18:22pm
सिरोही जिले के रेवदर क्षेत्र के एक गांव में एक विवाहिता के साथ मारपीट, प्रताड़ना और जबरन धर्मांतरण का दबाव बनाए जाने का मामला सामने आया है। पीड़िता के पिता और राष्ट्रीय बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने ससुराल पक्ष के खिलाफ एसपी अनिल बेनीवाल को परिवाद देकर सख्त कार्रवाई की मांग की है।
शादी के चार महीने बाद शुरू हुई प्रताड़ना
पीड़िता के पिता ने शिकायत में बताया कि मई 2023 में उसकी बेटी की शादी हुई थी। शादी के चार महीने बाद ही पति और ससुराल वाले छोटी-छोटी बातों पर पीड़िता के साथ मारपीट करने लगे। उसे दूसरा धर्म अपनाने और संबंधित कार्यक्रमों में भाग लेने का दबाव बनाया गया। शिकायत में यह भी कहा गया कि पीड़िता के पति, जेठ, जेठानी और सास पहले ही दूसरा धर्म अपना चुके हैं और पीड़िता पर भी लगातार दबाव डाल रहे थे।
बच्चे के जन्म के बाद की घटनाएं
शिकायत में आरोप लगाया गया कि दीपावली के समय पीड़िता ने एक संतान को जन्म दिया, लेकिन परिवार ने बच्चे को उससे अलग कर दिया और यह तक नहीं बताया कि लड़का हुआ है या लड़की। बच्चे को स्तनपान कराने से भी रोका गया, जिससे उसकी स्थिति गंभीर हो गई। पीड़िता शारीरिक रूप से कमजोर हो गई है और उसकी मानसिक स्थिति भी खराब है। वह चलने-फिरने और अपने दैनिक कार्य करने में असमर्थ हो गई है।
राष्ट्रीय बजरंग दल की प्रतिक्रिया
राष्ट्रीय बजरंग दल के प्रांत अध्यक्ष राकेश राजगुरु ने कहा कि संगठन पीड़िता और उसके परिवार के साथ खड़ा है। उन्होंने एसपी को ज्ञापन देकर तुरंत कार्रवाई की मांग की और कहा कि दोषियों को सख्त सजा दिलाई जाएगी।
पुलिस की जांच
एसपी अनिल बेनीवाल ने आश्वासन दिया कि इस घटना की गहनता से जांच की जाएगी और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और आवश्यक कार्रवाई की जा रही है।
यह घटना विवाहिता के साथ हो रही प्रताड़ना और जबरन धर्मांतरण के मामलों में एक और उदाहरण है, जो समाज में जागरूकता और सख्त कानून प्रवर्तन की आवश्यकता को दर्शाता है।