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दोस्त ने ही रची हत्या की साजिश: महिला मित्र के साथ मिलकर की हत्या, पुलिस ने किया पर्दाफाश



अजय त्यागी 2024-12-05 10:53:58 राजस्थान

प्रतीकात्मक फोटो : Internet
प्रतीकात्मक फोटो : Internet
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सिरोही जिले के दूधिया तालाब में 30 नवंबर को एक अज्ञात शव मिलने के मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार, मृतक रणजीत कुमार की हत्या उसके ही मित्र विजय कुमार उर्फ नोगिया ने पैसों के लालच में रची थी। मुख्य आरोपी विजय ने अपनी महिला मित्र पिंकी गोविंद जाधव के साथ मिलकर इस हत्या को अंजाम दिया। 

हत्या की साजिश: पैसों के लालच में दोस्त ने रची साजिश
डीएसपी मुकेश चौधरी के अनुसार, विजय कुमार उर्फ नोगिया और मृतक रणजीत कुमार अच्छे मित्र थे। उसे जानकारी मिली थी कि रणजीत के खाते में पर्याप्त धनराशि है। इसलिए, उसने अपने दोस्तों को सुपारी देकर लूटपाट की योजना बनाई। विजय ने अपनी साथी पिंकी, राहुल वाल्मिकी और गोविंद भील के साथ मिलकर रणजीत के साथ शिवगंज में लूटपाट की और फिर उसे सिरोही के दूधिया तालाब में लाकर मारपीट की। उन्होंने पत्थर से सिर में चोट पहुंचाकर हत्या कर दी और शव को तालाब में फेंक दिया। 

पुलिस की कार्रवाई: तकनीकी सहायता से आरोपियों की गिरफ्तारी
पुलिस ने डीसीबी टीम की तकनीकी सहायता से घटना स्थल के आसपास और सिरोही से शिवगंज तक के हाईवे पर स्थित होटलों, पेट्रोल पंपों और टोल नाकों के सीसीटीवी फुटेज की जांच की। जमीन स्तर पर मुखबिरों और तकनीकी सहायता से जानकारी जुटाई गई। सीसीटीवी फुटेज में संदिग्धों की पहचान होने पर पुलिस ने शिवगंज, सुमेरपुर, मोरडु, खिवांडी, तखतगढ़ आदि स्थानों पर दबिश देकर मुख्य आरोपी विजय कुमार उर्फ नोगिया और पिंकी को गिरफ्तार किया। उन्होंने पूछताछ में हत्या की वारदात को स्वीकार किया। 

मृतक की पहचान: रणजीत कुमार की हत्या
पुलिस ने शव की शिनाख्त रणजीत कुमार पुत्र गणेशचंद्र जाति मारू कुम्हार के रूप में की। मृतक की पत्नी नीलम कुमावत ने कोतवाली थाना सिरोही में हत्या का मामला दर्ज करवाया था। शव के सिर में चोट लगी थी और खून बह रहा था, जिससे हत्या की आशंका जताई गई थी। 

आरोपियों की गिरफ्तारी: पुलिस ने की कार्रवाई
पुलिस ने हत्या के आरोप में विजय कुमार उर्फ नोगिया और पिंकी गोविंद जाधव को गिरफ्तार किया है। अन्य आरोपियों की तलाश जारी है। पुलिस ने मामले की जांच में तेजी दिखाई है और अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए प्रयासरत है। 

दोस्ती के नाम पर धोखा
यह घटना दर्शाती है कि पैसों के लालच में व्यक्ति अपने ही मित्र की हत्या करने तक पहुंच सकता है। पुलिस की तत्परता और तकनीकी सहायता से इस जघन्य अपराध का पर्दाफाश हुआ है। आरोपियों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए ताकि समाज में इस प्रकार के अपराधों पर अंकुश लगाया जा सके।