Wed, 01 January 2025 06:51:31pm
प्राकृतिक संरक्षण की दिशा में एक कदम और आगे बढ़ाते हुए, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल "एक पेड़ मां के नाम" के तहत बीकानेर के फ्लोरिश इंटरनेशनल स्कूल में एक सफल वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम न केवल पर्यावरण के संरक्षण के लिए जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से था, बल्कि यह बच्चों को उनकी माताओं के प्रति प्यार और सम्मान को प्रदर्शित करने का एक सुंदर अवसर भी बना। आइए जानें इस खास कार्यक्रम के बारे में, जो हर दिल में पर्यावरण और परिवार के प्रति जिम्मेदारी का एहसास छोड़ गया।
कार्यक्रम का उद्देश्य और शुरुआत
"एक पेड़ मां के नाम" पहल के तहत आयोजित इस वृक्षारोपण कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाना था। कार्यक्रम की शुरुआत वेदिक मंत्रोच्चारण से हुई, जिससे वातावरण में एक सकारात्मक ऊर्जा का संचार हुआ। इस दौरान छात्रों को प्रकृति के महत्व और उनके परिवार के साथ संबंधों के बारे में भी बताया गया। कार्यक्रम की शुरुआत में स्कूल के निदेशक राहुल यादव ने छात्रों से कहा, "यह पहल न केवल पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि बच्चों को प्रकृति और परिवार के महत्व को समझने का भी अवसर है।"
कार्यक्रम में छात्रों की सक्रिय भागीदारी
कार्यक्रम में छात्रों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया और अपनी माताओं के नाम पर पौधे लगाए। प्रत्येक छात्र ने अपने जीवन में मां के महत्व को महसूस करते हुए यह पौधा उनकी यादों और सम्मान के प्रतीक के रूप में रोपा। स्कूल के निदेशक राहुल यादव ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा, "हर पौधा हमें जीवन देता है, और यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम उनका संरक्षण करें।" उन्होंने यह भी कहा कि इस कार्यक्रम के माध्यम से बच्चों में पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी का अहसास होगा और वे भविष्य में अपनी माताओं के प्रति और प्रकृति के प्रति अपनी भूमिका को समझेंगे।
कार्यक्रम का उद्देश्य और समाज पर प्रभाव
कार्यक्रम की समन्वयक, आकांक्षा रौतेला ने छात्रों और उनके अभिभावकों से कहा, "एक पौधा रोपना एक नई शुरुआत का प्रतीक है। यह सिर्फ पर्यावरण के लिए नहीं, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए एक तोहफा है।" उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम से बच्चों में पर्यावरण के प्रति संवेदनशीलता बढ़ेगी और वे अपनी जिम्मेदारी को समझते हुए आगे बढ़ेंगे। इस अवसर पर बच्चों को यह शपथ दिलाई गई कि वे पौधों का ध्यान रखें और उन्हें विकसित होने तक उनका संरक्षण करेंगे।
उत्साही भागीदारी और सामुदायिक योगदान
कार्यक्रम में स्कूल के शिक्षकों, अभिभावकों, छात्रों और स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ताओं की सक्रिय भागीदारी देखने को मिली। कार्यक्रम में 200 से अधिक पौधे रोपे गए, जिनमें फलदार, फूलों वाले और छांव देने वाले पेड़ शामिल थे। सभी ने मिलकर पर्यावरण को बेहतर बनाने की दिशा में एक ठोस कदम बढ़ाया। यह वृक्षारोपण कार्यक्रम न केवल एक पर्यावरणीय कार्य था, बल्कि परिवार और समाज के साथ एक गहरा भावनात्मक जुड़ाव भी स्थापित करता है।
कार्यक्रम की सफलता
इस वृक्षारोपण कार्यक्रम ने पर्यावरण संरक्षण के संदेश को फैलाया और परिवारों के बीच मजबूत संबंधों को बढ़ावा दिया। छात्रों ने अपने पौधों को अपनी मां के नाम समर्पित करके यह साबित किया कि वे न केवल अपने परिवार के प्रति जिम्मेदार हैं, बल्कि पर्यावरण की भी उतनी ही रक्षा करना चाहते हैं। यह कार्यक्रम एक प्रेरणा बनकर उभरा, जिसने हर बच्चे को यह समझाया कि प्रकृति और परिवार दोनों की देखभाल करना हमारी जिम्मेदारी है।