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अघोषित आय का पर्दाफाश: वित्तीय खुफिया इकाई ने 2024 में 11,000 करोड़ रुपये की गड़बड़ी पकड़ी



अजय त्यागी 2024-12-12 03:53:08 दिल्ली

प्रतीकात्मक फोटो : Internet
प्रतीकात्मक फोटो : Internet
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भारत की वित्तीय खुफिया इकाई (FIU-IND) ने 2024 में अघोषित आय और वित्तीय अपराधों पर कठोर कार्रवाई करते हुए 11,000 करोड़ रुपये से अधिक की गड़बड़ी का पर्दाफाश किया है। वित्त मंत्रालय ने इस मामले की जानकारी दी और FIU-IND की कार्यप्रणाली और उपलब्धियों की सराहना की।

वित्तीय निगरानी में FIU-IND की बड़ी सफलता
FIU-IND ने अघोषित आय के रूप में 10,998 करोड़ रुपये का पता लगाया, जबकि 2,763 करोड़ रुपये के अपराधों की कमाई की पहचान की। इसके साथ ही, 983.4 करोड़ रुपये की संपत्तियों को जब्त किया गया। यह वित्तीय अपराधों और धनशोधन पर प्रभावी रोकथाम का स्पष्ट संकेत है।

मादक पदार्थों और जुर्म की अन्य गतिविधियों पर कार्रवाई
FIU-IND ने 461 किलोग्राम मादक पदार्थों और साइकोट्रोपिक पदार्थों को जब्त किया। इसके अलावा, 211 अनुपालन आदेशों के तहत 39.14 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया और मनी लॉन्ड्रिंग, आतंक वित्तपोषण और अन्य अपराधों में शामिल 184 लोगों को गिरफ्तार किया।

FIU-IND: भारत की वित्तीय सुरक्षा का प्रहरी
FIU-IND वित्तीय खुफिया जानकारी प्राप्त करने, उसका विश्लेषण करने और इसे प्रवर्तन एजेंसियों तथा विदेशी FIUs तक पहुंचाने के लिए जिम्मेदार है। यह एजेंसी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मनी लॉन्ड्रिंग और आतंक वित्तपोषण के खिलाफ संघर्ष को मजबूत करने के लिए कार्यरत है।

FIU-IND की स्वायत्तता और संगठनात्मक भूमिका
यह एजेंसी पूरी तरह स्वतंत्र है और सीधे वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता वाले आर्थिक खुफिया परिषद (EIC) को रिपोर्ट करती है। FIU-IND का कार्य राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय खुफिया एजेंसियों, जांच इकाइयों और प्रवर्तन एजेंसियों के साथ समन्वय स्थापित कर वित्तीय अपराधों को रोकना है।

भारत-कतर सहयोग से मजबूत हुई अंतरराष्ट्रीय साझेदारी
FIU-IND ने पिछले महीने कतर की FIU के साथ दो दिवसीय बैठक आयोजित की। इस बैठक में मनी लॉन्ड्रिंग और आतंक वित्तपोषण के खिलाफ संघर्ष में सहयोग को और मजबूत करने पर चर्चा की गई। दोनों पक्षों ने आईटी सिस्टम, पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप और FIU-IND के वर्चुअल डिजिटल एसेट सर्विस प्रोवाइडर के अनुभव साझा किए।

FIU-IND की प्रमुख पहलें
FIU-IND ने भारत में AML/CFT (धनशोधन रोधी और आतंक वित्तपोषण रोधी) के लिए FPAC (Financial Partnership Against Corruption) और ARIFAC (Alliance of Reporting Entities in India for AML/CFT) जैसी पहल शुरू की हैं। यह सार्वजनिक और निजी क्षेत्रों को साथ लाकर वित्तीय अपराधों पर प्रभावी नियंत्रण की दिशा में काम कर रही है।

सशक्त वित्तीय निगरानी का नतीजा
वित्त मंत्रालय ने FIU-IND की सतर्कता की प्रशंसा करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट किया, “FIU-IND की मनी लॉन्ड्रिंग, आतंकवाद और वित्तपोषण से संबंधित वित्तीय लेनदेन पर कड़ी नजर ने लगभग 11,000 करोड़ रुपये की अघोषित आय का पता लगाने में मदद की है।”

Source : IANS