Sun, 29 December 2024 06:17:30am
उत्तर प्रदेश के संभल जिले में प्रशासन और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई ने एक चमत्कारी घटना को जन्म दिया। खग्गू सराय क्षेत्र में स्थित, वर्षों से अतिक्रमण के पीछे छिपे एक प्राचीन शिव-हनुमान मंदिर का पट 46 वर्षों बाद जनता के लिए खुला। यह मंदिर 1978 के अशांत समय के बाद से बंद पड़ा था। स्थानीय समुदाय और प्रशासनिक अधिकारियों ने इसे ऐतिहासिक और धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण माना।
कल जब अतिक्रमण हटाने के अभियान के तहत कंक्रीट की दीवारें तोड़ी गईं, तब यह मंदिर अपने दिव्य स्वरूप में प्रकट हुआ। मंदिर में भगवान शिव और भगवान हनुमान की मूर्तियां थीं, और पास में एक प्राचीन कुआं भी मिला, जो इसके ऐतिहासिक महत्व को और बढ़ाता है।
प्रशासनिक अधिकारी भी बने साक्षी
इस ऐतिहासिक खोज के बाद, संभल के एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई और डीएम डॉ. राजेंद्र पेंसिया ने मंदिर में पूजा-अर्चना की और आरती संपन्न करवाई। एसपी बिश्नोई ने बताया, “मंदिर में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं और मंदिर तक जाने वाले सभी रास्तों पर पुलिस बल की स्थायी तैनाती की जाएगी। इससे श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित होगी।”
उन्होंने आगे कहा, “यह केवल धार्मिक महत्व की बात नहीं है, बल्कि हमारे सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर को पुनर्जीवित करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।”
#WATCH | Uttar Pradesh: Sambhal SP Krishan Kumar and DM Dr Rajender Pensiya offer prayers at the Shiv-Hanuman Temple which was discovered in Sambhal during an anti-encroachment drive carried out by district police and administration, yesterday. pic.twitter.com/UMxZZVhP4n
— ANI (@ANI) December 15, 2024
डीएम डॉ राजेंद्र पेंसिया ने कहा
संभल के डीएम डॉ राजेंद्र पेंसिया कहते हैं, "... हम अस्थायी अतिक्रमण हटा रहे हैं और स्थायी अतिक्रमण को उचित प्रक्रिया और नोटिस के माध्यम से हटाया जाएगा... सीसीटीवी लगा दिए गए हैं। एक स्थायी बल तैनात किया गया है और पुजारी पूजा-अर्चना कर रहे हैं... झीलें सार्वजनिक संपत्ति हैं और यह एक प्राकृतिक संसाधन है... सुप्रीम कोर्ट ने भी कहा है कि इनका संरक्षण बहुत ज़रूरी है। हम नोटिस जारी करेंगे और उन्हें अतिक्रमण मुक्त करेंगे..."
#WATCH | Sambhal DM Dr Rajender Pensiya says, "... We are removing temporary encroachments and permanent encroachment would be removed through due process and notice... The CCTV has been installed. A permanent force has been deployed and the priests performing prayers... Lakes… pic.twitter.com/Uu4H1oRhGv
— ANI (@ANI) December 15, 2024
एक रहस्यमय कुएं का भी हुआ उद्भव
मंदिर परिसर में मिले प्राचीन कुएं ने स्थानीय समुदाय में उत्सुकता पैदा कर दी है। मान्यता है कि यह कुआं न केवल जलस्रोत है, बल्कि इस स्थान की पवित्रता और ऐतिहासिकता को दर्शाता है। ग्रामीणों के अनुसार, इस कुएं का जल पहले पूजन-अर्चन में उपयोग होता था, और अब इसे पुनः धार्मिक कार्यों के लिए साफ-सफाई के बाद उपयोग में लाया जाएगा।
स्थानीय लोगों की धार्मिक भावना
मंदिर के पुनरुद्धार ने स्थानीय समुदाय को गौरव और आनंद से भर दिया है। स्थानीय निवासी विष्णु शरण रस्तोगी ने कहा, “हमने वर्षों तक इस मंदिर को केवल दंतकथाओं में सुना था। आज इसे पुनः देखने और यहां पूजा करने का अवसर पाकर, ऐसा लगता है जैसे हमारी परंपरा पुनः जीवित हो गई हो।”
#WATCH | Uttar Pradesh: Morning aarti being performed at the Hanuman Temple which was discovered in Sambhal during an anti-encroachment drive carried out by district police and administration, yesterday. pic.twitter.com/QUBwGb3sNc
— ANI (@ANI) December 15, 2024
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शासन की सराहना
मंदिर के पुनरुद्धार को योगी आदित्यनाथ सरकार की उपलब्धि के रूप में देखा जा रहा है। क्षेत्र के लोग इस पहल की सराहना कर रहे हैं, क्योंकि यह अभियान न केवल धार्मिक स्थलों को संरक्षित करने की दिशा में एक सकारात्मक कदम है, बल्कि धार्मिक भावनाओं को भी पुनर्जीवित करता है।
आध्यात्मिक जागरण का प्रतीक
इस मंदिर का पुनरुद्धार केवल एक इमारत की खोज नहीं है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति, परंपरा और धर्म की शक्ति का प्रतीक है। भगवान शिव और भगवान हनुमान के मंदिर में गूंजती हुई आरती की ध्वनि, वर्षों से मौन पड़ी आस्था को जीवंत कर रही है।
#WATCH | Sambhal, UP: The Wall that was built in front of the temple discovered during the anti-encroachment drive today, being removed. pic.twitter.com/AqBXVTMawm
— ANI (@ANI) December 14, 2024