Sun, 29 December 2024 06:36:57am
पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले स्थित मालबाजार नगर पालिका में अफगान नागरिकों को जन्म और मृत्यु प्रमाणपत्र जारी करने के मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने जांच शुरू की है। यह मामला तब सामने आया जब दिल्ली हवाई अड्डे पर छह अफगान नागरिकों को फर्जी भारतीय पासपोर्ट के साथ गिरफ्तार किया गया। जांच में पता चला कि इन पासपोर्ट्स के लिए मालबाजार नगर पालिका द्वारा जारी जन्म और मृत्यु प्रमाणपत्रों का उपयोग किया गया था।
सीबीआई की कार्रवाई: नगर पालिका से जानकारी की मांग
सीबीआई ने मालबाजार नगर पालिका को ईमेल भेजकर पूछा है कि क्या अफगान नागरिकों को जन्म और मृत्यु प्रमाणपत्र जारी किए गए थे। ईमेल में 15 अफगान नागरिकों की सूची संलग्न की गई है, जिसमें संबंधित कर्मचारियों के विवरण और उनके फोन नंबर मांगे गए हैं।
नगर पालिका की प्रतिक्रिया: जानकारी जुटाने का आश्वासन
मालबाजार नगर पालिका के उपाध्यक्ष उल्टपाल भादुरी ने कहा, "हमें सीबीआई से सूचना मिली है और हमने संबंधित कर्मचारियों से जानकारी मांगी है। आवश्यक जानकारी मिलने के बाद हम जवाब देंगे।"
नगर पालिका अध्यक्ष का निलंबन: तृणमूल कांग्रेस की कार्रवाई
मालबाजार नगर पालिका के अध्यक्ष स्वप्न साहा को तृणमूल कांग्रेस ने अनिश्चितकाल के लिए निलंबित कर दिया है। उन पर अनियमितताओं के आरोप हैं, और हाल ही में सीबीआई की गतिविधियों ने इस मामले को फिर से सार्वजनिक चर्चा में ला दिया है।
विपक्ष की प्रतिक्रिया: जांच की मांग
विपक्षी दलों ने मालबाजार नगर पालिका में कथित अनियमितताओं पर सवाल उठाए हैं। भा.ज.पा. सांसद डॉ. जयंत कुमार राय ने आरोप लगाया है कि तृणमूल कांग्रेस ने विदेशी नागरिकों को भारतीय नागरिकता का प्रमाण पत्र दिया है। सीपीएम के मालबाजार एरिया कमेटी के सचिव राजा दत्त ने भी इस मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है।
जांच की आवश्यकता और पारदर्शिता की मांग
मालबाजार नगर पालिका में अफगान नागरिकों को जन्म और मृत्यु प्रमाणपत्र जारी करने के मामले में सीबीआई की जांच से कई महत्वपूर्ण सवाल उठते हैं। यह मामला न केवल स्थानीय प्रशासन की पारदर्शिता पर सवाल खड़ा करता है, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा से भी जुड़ा हुआ है। इसलिए, इस मामले की निष्पक्ष और पारदर्शी जांच आवश्यक है ताकि दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जा सके।
Source : Etvbharat