Sun, 29 December 2024 06:31:04am
रायपुर में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के नक्सलवाद पर दिए गए बयान के बीच सुकमा से एक बड़ी खबर सामने आई है। यहां पांच कुख्यात नक्सलियों ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया। ये नक्सली लंबे समय से सुरक्षा बलों के निशाने पर थे और इन पर कुल 25 लाख रुपये का इनाम था।
आत्मसमर्पण का विवरण: कौन हैं ये नक्सली?
सुकमा के एसपी किरण चव्हाण ने पुष्टि की कि आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में एक दंपति भी शामिल है। आत्मसमर्पण करने वाले सभी नक्सलियों को छत्तीसगढ़ सरकार की नक्सली पुनर्वास नीति के तहत लाभ मिलेगा। इन्हें 25,000 रुपये का तत्काल प्रोत्साहन दिया जाएगा।
आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों की सूची:
नक्सल पुनर्वास नीति का असर: आत्मसमर्पण का मुख्य कारण
एसपी किरण चव्हाण ने कहा कि "नियाद नेल्लनार पुनर्वास नीति और छत्तीसगढ़ सरकार के प्रयासों का सकारात्मक प्रभाव दिख रहा है।" पुनर्वास नीति के तहत आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को सुरक्षा, रोजगार, और समाज में फिर से बसाने के लिए सुविधाएं प्रदान की जाती हैं।
नक्सल विरोधी अभियान में तेज़ी
सुकमा और बस्तर क्षेत्र में सुरक्षा बलों ने नक्सलियों के खिलाफ दबाव बढ़ा दिया है। शनिवार को सुकमा में सात और नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया था, वहीं बीजापुर में एक कुख्यात नक्सली को पकड़ा गया।
सुरक्षा बलों की रणनीति:
नक्सलवाद के खिलाफ केंद्र और राज्य सरकार की कोशिशें
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रायपुर में दिए अपने बयान में कहा कि "नक्सलवाद अब अपने अंतिम चरण में है।" केंद्र और छत्तीसगढ़ सरकार मिलकर इस समस्या का समाधान करने के लिए कटिबद्ध हैं।
नक्सलवाद के खिलाफ निर्णायक कदम
सुकमा में आत्मसमर्पण और गिरफ्तारियां नक्सलवाद के खिलाफ एक बड़ी सफलता है। यह दिखाता है कि सरकार की पुनर्वास नीति और सुरक्षा बलों की रणनीति सही दिशा में है। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को समाज की मुख्यधारा में शामिल करने के लिए सरकार के प्रयास महत्वपूर्ण हैं।
छत्तीसगढ़ के #सुकमा जिले में 25 लाख रूपये के 5 इनामी माओवादियों ने आत्मसमर्पण किया है। इनमें से दो माओवादियों पर 8-8 लाख रूपये का इनाम घोषित था। pic.twitter.com/6FdUDNk14b
— CG AIR NEWS (@CGAIRNEWS) December 15, 2024