Sun, 29 December 2024 06:10:25am
महिला आश्रम संस्था की निर्वतमान अध्यक्षा एवं स्वतंत्रता सेनानी स्व. सुशीला देवी माथुर की 14वीं पुण्यतिथि पर मंगलवार को प्रेरणा दिवस के रूप में श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर संस्था के प्रबंधन पदाधिकारी, स्टाफ सदस्य, छात्राएं और गणमान्य जन उपस्थित रहे।
पुष्पांजलि अर्पण और प्रेरणा गीतों से श्रद्धांजलि
संस्था के विद्यार्थियों ने प्रेरणा गीतों के माध्यम से स्व. सुशीला देवी माथुर को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान भावपूर्ण माहौल में सभी ने उनके आदर्शों को याद किया और पुष्पांजलि अर्पित की।
संस्था सचिव वंदना माथुर का सम्बोधन
संस्था सचिव श्रीमती वंदना माथुर ने सभा को सम्बोधित करते हुए कहा:
"स्व. सुशीला माथुर का जीवन नारी शिक्षा को समर्पित था। उन्हीं की प्रेरणा और नेतृत्व में महिला आश्रम संस्था लगातार प्रगति के पथ पर अग्रसर है।"
उन्होंने छात्राओं से कहा कि यह विद्यालय 80 वर्ष पूर्व स्थापित हुआ था और यह गर्व की बात है कि वे एक ऐतिहासिक और गौरवशाली विद्यालय में अध्ययन कर रही हैं। उन्होंने कहा कि स्व. सुशीला माथुर को सच्ची श्रद्धांजलि तभी होगी जब हम उनके उच्च आदर्शों को अपने जीवन में अपनाएं और उनके सपनों को साकार करें।
संस्था डायरेक्टर विभा माथुर की प्रेरणादायक बात
संस्था की डायरेक्टर विभा माथुर ने छात्राओं को सम्बोधित करते हुए उन्हें अपने लक्ष्य निर्धारित कर निरंतर सफलता की ओर बढ़ने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा:
"आज महिला आश्रम विद्यालय की छात्राएं न केवल देश में बल्कि विदेशों में भी शीर्ष पदों पर कार्यरत हैं। उनसे प्रेरणा लेकर छात्राओं को आगे बढ़ना चाहिए।"
70 छात्राओं को 'प्रेरणा पुरस्कार' से सम्मानित किया गया
इस अवसर पर महिला आश्रम संस्था की विभिन्न गतिविधियों में शिक्षा, खेलकूद और अन्य क्षेत्रों में श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाली 70 प्रतिभाशाली छात्राओं को 'प्रेरणा पुरस्कार' से सम्मानित किया गया।
शिवचरण माथुर विकास एवं सेवा संस्थान का विशेष सम्मान
शिवचरण माथुर विकास एवं सेवा संस्थान की ओर से श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाली तीन छात्राओं: अनिता जाट, अनुमिता झा और काव्या काला को नकद पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।
विशिष्ट अतिथियों और गणमान्य जनों की उपस्थिति
इस कार्यक्रम में निरंजन राजस्थला सहित महिला आश्रम संस्था के सभी प्रवृत्तियों के प्रधान उपस्थित रहे। सभी ने स्व. सुशीला देवी माथुर के योगदान को याद करते हुए उनके आदर्शों को अपनाने की प्रेरणा दी।
आदर्शों को अपनाने की सीख
इस प्रेरणा दिवस पर न केवल स्व. सुशीला देवी माथुर को श्रद्धांजलि दी गई, बल्कि छात्राओं को सफलता और नारी शिक्षा के महत्व पर मार्गदर्शन दिया गया। यह कार्यक्रम महिला आश्रम संस्था के आदर्शों को मजबूत करने और छात्राओं को उनके स्वर्णिम भविष्य के लिए प्रेरित करने का माध्यम बना।
"स्व. सुशीला देवी माथुर का जीवन और आदर्श हमेशा हमें नारी शिक्षा और सशक्तिकरण की दिशा में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते रहेंगे।"
रिपोर्ट - पंकज पोरवाल, भीलवाड़ा