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उत्तराखंड में बारिश और बर्फबारी का कहर: अगले चार दिनों तक मौसम विभाग का अलर्ट



अजय त्यागी 2025-02-27 12:16:08 उत्तराखंड

बदरीनाथ धाम में भारी बर्फबारी
बदरीनाथ धाम में भारी बर्फबारी
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उत्तराखंड में मौसम ने एक बार फिर करवट ली है। पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी और मैदानी इलाकों में झमाझम बारिश से जनजीवन प्रभावित हो रहा है। मौसम विज्ञान केंद्र ने आगामी चार दिनों तक राज्य में बारिश और बर्फबारी की चेतावनी जारी की है, जिससे तापमान में गिरावट और ठंड बढ़ने की संभावना है।

पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी का असर
बुधवार को बदरीनाथ धाम, हेमकुंड साहिब, रुद्रनाथ, फूलों की घाटी, गोरसों, औली, नंदा घुंघटी, नीती और माणा घाटी जैसे ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भारी बर्फबारी हुई। इससे औली मार्ग पर वाहनों की आवाजाही में दिक्कतें आईं। बदरीनाथ हाईवे पर हनुमानचट्टी से आगे बर्फ जमने के कारण सड़क बंद हो गई, जिसे खोलने के लिए बीआरओ की मशीनें लगाई गई हैं।

मैदानी इलाकों में बारिश और ठंड
निचले क्षेत्रों में लगातार बारिश से तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। देहरादून, हरिद्वार, पौड़ी, बागेश्वर, पिथौरागढ़ और अल्मोड़ा जिलों में बारिश हो रही है, जिससे ठंड बढ़ गई है। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, देहरादून के ऊंचाई वाले इलाकों के साथ उत्तरकाशी, टिहरी, रुद्रप्रयाग और चमोली जिलों में बारिश के साथ बर्फबारी का येलो अलर्ट जारी किया गया है।

आगामी दिनों का मौसम पूर्वानुमान
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि एक मार्च तक प्रदेशभर में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय रहेगा, जिससे मौसम में तेजी से बदलाव देखने को मिलेगा। बारिश और बर्फबारी से मैदान से लेकर पहाड़ तक के तापमान में गिरावट दर्ज की जा सकती है। उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, टिहरी, पिथौरागढ़ और बागेश्वर जिलों में भारी बर्फबारी होने की संभावना है।

प्रशासन की तैयारियां और सलाह
मौसम विभाग की चेतावनी को ध्यान में रखते हुए, राज्य प्रशासन ने संबंधित जिलों में अलर्ट जारी किया है। लोगों को अनावश्यक यात्रा से बचने की सलाह दी गई है। विशेषकर पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी के कारण सड़कें बंद हो सकती हैं, जिससे यातायात प्रभावित हो सकता है। प्रशासन ने आपातकालीन सेवाओं को तैयार रहने के निर्देश दिए हैं ताकि किसी भी स्थिति से निपटा जा सके।

उत्तराखंड में बदलते मौसम के चलते अगले कुछ दिनों में ठंड और बढ़ने की संभावना है। ऐसे में स्थानीय निवासियों और पर्यटकों को सतर्क रहने की आवश्यकता है। मौसम विभाग और प्रशासन की सलाह का पालन करते हुए सुरक्षित स्थानों पर रहें और अनावश्यक यात्रा से बचें।