Fri, 23 May 2025 04:20:37am
उदयपुर के शाही परिवार के प्रमुख सदस्य और महाराणा प्रताप के वंशज, अरविंद सिंह मेवाड़ का निधन हो गया है। उनके निधन से मेवाड़ अंचल में शोक की लहर दौड़ गई है, और आज उदयपुर में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
शाही परिवार की धरोहर: अरविंद सिंह मेवाड़ का जीवन परिचय
अरविंद सिंह मेवाड़ मेवाड़ के पूर्व राजघराने के सदस्य थे, जो महाराणा प्रताप के वंशज थे। उनका जन्म 13 दिसंबर 1944 को हुआ था, और वे उदयपुर के सिटी पैलेस में रहते थे। उन्होंने अपने जीवन में मेवाड़ की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर को संरक्षित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनकी अध्यक्षता में एटर्नल मेवाड़ संस्था ने कई सांस्कृतिक और सामाजिक कार्यक्रम आयोजित किए।
अंतिम दर्शन: शंभू निवास में श्रद्धांजलि
अरविंद सिंह मेवाड़ की पार्थिव देह अंतिम दर्शन के लिए शंभू निवास में रखी गई है। सुबह 7 बजे से लोग उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए एकत्रित हो रहे हैं। शहर के विभिन्न हिस्सों से लोग शंभू निवास पहुंचकर अपनी संवेदनाएं व्यक्त कर रहे हैं। उनकी अंतिम यात्रा आज सुबह 11 बजे शंभू निवास से प्रारंभ होगी।
अंतिम यात्रा: शाही परंपराओं का निर्वहन
अरविंद सिंह मेवाड़ की अंतिम यात्रा शंभू निवास से शुरू होकर बड़ी पोल, जगदीश चौक, घंटाघर, बड़ा बाजार, देहली गेट, सूरजपोल होते हुए आयड़ महासतिया पहुंचेगी, जहां उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। इस यात्रा में शाही परंपराओं का पालन किया जाएगा, और बड़ी संख्या में लोग शामिल होंगे।
शहर में शोक: व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद
अरविंद सिंह मेवाड़ के निधन के कारण उदयपुर शहर में शोक का माहौल है। कई व्यापारिक प्रतिष्ठान और बाजार बंद रहेंगे। शहर के लोग अपने प्रिय नेता को अंतिम विदाई देने के लिए बड़ी संख्या में एकत्रित हो रहे हैं।
प्रमुख व्यक्तियों की उपस्थिति: अजय जडेजा सहित कई हस्तियां शामिल
अरविंद सिंह मेवाड़ के अंतिम संस्कार में कई प्रमुख हस्तियां शामिल हो रही हैं। पूर्व क्रिकेटर अजय जडेजा भी अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए उदयपुर पहुंचे हैं। इसके अलावा, विभिन्न राजनीतिक, सामाजिक और सांस्कृतिक क्षेत्रों के लोग भी अंतिम संस्कार में शामिल होकर अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे।
शाही परिवार की प्रतिक्रिया: संवेदनाओं का आदान-प्रदान
शाही परिवार के सदस्यों ने अरविंद सिंह मेवाड़ के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उनके पुत्र लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने अपने पिता के निधन को परिवार और मेवाड़ के लिए अपूरणीय क्षति बताया है। उन्होंने कहा कि उनके पिता ने हमेशा मेवाड़ की संस्कृति और परंपराओं को जीवित रखने का प्रयास किया।
मेवाड़ की धरोहर का अंत
अरविंद सिंह मेवाड़ के निधन से मेवाड़ ने अपनी एक महत्वपूर्ण धरोहर खो दी है। उनका योगदान सदैव स्मरणीय रहेगा, और उनकी विरासत को आगे बढ़ाने का संकल्प मेवाड़ के लोग लेते हैं।
Udaipur, Rajasthan: Last rites of Arvind Singh Mewar, member of erstwhile royal family of Mewar and descendant of Maharana Pratap, will be performed today in Udaipur. His mortal remains are kept at Shambhu Niwas for final tributes, with people gathering at City Palace to pay… pic.twitter.com/KjBywCLXdw
— IANS (@ians_india) March 17, 2025