Thu, 22 May 2025 01:22:01pm
जमशेदपुर के महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) अस्पताल में शनिवार को एक बड़ा हादसा हो गया। अस्पताल एमजीएम के मेडिसिन विभाग का पहले से जर्जर भवन का हिस्सा अचानक से ढह गया, जिसके मलबे में कई लोगों के दबने की आशंका जताई गई। सूचना मिलते ही बचाव कार्य शुरू कर दिया गया है।
अस्पताल में मची अफरा-तफरी
जमशेदपुर के एमजीएम अस्पताल में शनिवार को उस वक्त हड़कंप मच गया जब अस्पताल के मेडिसिन विभाग का का कुछ हिस्सा अचानक गिर गया। इमारत का हिस्सा गिरने से वहां मौजूद मरीजों और उनके परिजनों में चीख-पुकार मच गई।
तत्काल बचाव कार्य शुरू
घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासन और पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और बचाव कार्य शुरू कर दिया गया। एसएसपी पूर्वी सिंहभूम ने जानकारी देते हुए बताया कि इमारत का हिस्सा गिरने के बाद सूचना मिली थी कि करीब पंद्रह लोग मलबे में फंसे हुए हैं, जिनमें से बारह लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है।
मलबे से शव बरामद
बचाव दल ने मलबे से दो शव बरामद किए हैं। मृतकों की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है। आशंका जताई जा रही है कि अभी भी कुछ और लोग मलबे में दबे हो सकते हैं, जिसके चलते बचाव कार्य तेजी से जारी है।
#WATCH | Jamshedpur, Jharkhand: Two bodies have been recovered after part of a dilapidated building at MGM Hospital in Jamshedpur collapsed. Information was received that fifteen people are trapped. Twelve of them have been rescued: SSP East Singhbhum (03.05) pic.twitter.com/ai84QIgLkZ
— ANI (@ANI) May 4, 2025
जर्जर इमारत बनी हादसे का कारण
बताया जा रहा है कि अस्पताल की यह इमारत काफी पुरानी और जर्जर हालत में थी। स्थानीय लोगों और मरीजों के परिजनों ने पहले भी इमारत की मरम्मत कराने की मांग की थी, लेकिन इस पर ध्यान नहीं दिया गया। जर्जर इमारत का हिस्सा गिरने से यह दर्दनाक हादसा हुआ।
स्वास्थ्य मंत्री पहुंचे मौके पर
झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री भी मौके पर पहुंचे और हादसे की जानकारी ली। उन्होंने कहा, "हम मुख्यमंत्री के निर्देश पर आए हैं, हमारी प्राथमिकता मृतकों के परिवारों के साथ खड़े रहना है। मृतकों के परिवारों को 5-5 लाख रुपए मुआवजा दिया जाएगा और घायलों को 50 हजार रुपए दिए जाएंगे। ऐसी घटना दोबारा न हो, इसके लिए हम ठोस कदम उठाएंगे।"
अस्पताल के उपाधीक्षक ने क्या कहा
हादसे को लेकर एमजीएम अस्पताल के उपाधीक्षक नकुल चौधरी ने कहा कि यह भवन 40 साल से भी ज्यादा पुराना है। इस घटना में जो भी मरीज दबे हैं, सभी लावारिस हैं। उनका कोई परिचय नहीं है। दो को सुरक्षित बाहर निकल गया है जबकि अन्य की जानकारी अभी तक नहीं है। उन्होंने बताया कि दूसरी मंजिल का कोरिडोर का एक हिस्सा गिरा है। दो मरीज को बाहर निकाला गया हैं जिनमे एक महिला हैं और दूसरा पुरुष। उन्होंने बताया कि दोनों का कोई परिजन नहीं है। अन्य लोग दबे हैं या नहीं इस मामले मे NDRF की टीम कार्रवाई कर रही है। इस घटना की जानकारी विभाग को दे दी गई है।
प्रशासन की जांच शुरू
इस हादसे के बाद प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है। यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि इमारत का हिस्सा किन कारणों से गिरा और इसकी मरम्मत क्यों नहीं कराई गई। लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है।
#WATCH | Jamshedpur, Jharkhand: Jharkhand Health Minister Irfan Ansari says, "We have come on the instructions of the Chief Minister, our priority is to stand with the families of the deceased. The families of the deceased will be given Rs 5 lakh each as compensation and the… https://t.co/t5rv1EfPAp pic.twitter.com/v9Jn1o0XGG
— ANI (@ANI) May 4, 2025