Fri, 23 May 2025 08:34:58am
केंद्रीय गृह मंत्रालय (एमएचए) ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए देश के सभी राज्यों को आगामी 7 मई को नागरिक सुरक्षा (सिविल डिफेंस) के लिए एक राष्ट्रव्यापी मॉक ड्रिल आयोजित करने का निर्देश दिया है। इस अभ्यास का मुख्य उद्देश्य किसी भी संभावित आपातकालीन स्थिति में नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए तैयारियों का जायजा लेना और उन्हें बेहतर बनाना है। केंद्र सरकार के उच्च पदस्थ सूत्रों ने इस महत्वपूर्ण घटनाक्रम की जानकारी दी है।
देशव्यापी सुरक्षा अभ्यास की तैयारी
आगामी 7 मई को होने वाली इस राष्ट्रव्यापी मॉक ड्रिल को लेकर केंद्र सरकार और राज्य सरकारों के स्तर पर तैयारियां तेज हो गई हैं। इस अभ्यास में विभिन्न प्रकार की आपातकालीन स्थितियों का अनुकरण किया जाएगा, ताकि नागरिक सुरक्षा तंत्र की प्रतिक्रिया क्षमता का मूल्यांकन किया जा सके और कमियों को दूर किया जा सके। यह अभ्यास आम नागरिकों को भी ऐसी परिस्थितियों में सुरक्षित रहने के लिए आवश्यक प्रशिक्षण और जागरूकता प्रदान करने का एक महत्वपूर्ण अवसर होगा।
मॉक ड्रिल में उठाए जाने वाले कदम
केंद्र सरकार के सूत्रों के अनुसार, इस राष्ट्रव्यापी मॉक ड्रिल में कई महत्वपूर्ण कदम शामिल होंगे। सबसे पहले, हवाई हमले की चेतावनी देने वाले सायरन को सक्रिय किया जाएगा। इसका उद्देश्य आम जनता को संभावित खतरे की सूचना देना और उन्हें सतर्क करना है। इसके बाद, आम नागरिकों, छात्रों और अन्य लोगों को यह प्रशिक्षण दिया जाएगा कि यदि किसी प्रकार का हमला या आपात स्थिति उत्पन्न होती है, तो वे स्वयं को सुरक्षित रखने के लिए क्या कदम उठाएं। इसमें सुरक्षित स्थानों पर शरण लेना और आवश्यक सावधानियां बरतना शामिल होगा।
ब्लैकआउट और महत्वपूर्ण ठिकानों की सुरक्षा
मॉक ड्रिल में ब्लैकआउट की व्यवस्था भी शामिल होगी। आवश्यकता पड़ने पर बिजली आपूर्ति को अस्थायी रूप से बंद कर दिया जाएगा, ताकि दुश्मन को कोई संभावित निशाना दिखाई न दे। यह कदम रात के समय हवाई हमलों या अन्य प्रकार की शत्रुतापूर्ण गतिविधियों से बचाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसके अतिरिक्त, महत्वपूर्ण कारखानों, प्रतिष्ठानों और अन्य संवेदनशील ठिकानों को दुश्मन की नजरों से छिपाने के लिए त्वरित व्यवस्था करने का अभ्यास भी किया जाएगा। इसमें छलावरण तकनीकों का उपयोग और अस्थायी सुरक्षात्मक उपाय शामिल हो सकते हैं।
निकासी योजना का अभ्यास
इस राष्ट्रव्यापी मॉक ड्रिल का एक महत्वपूर्ण पहलू मौजूदा निकासी योजनाओं को अपडेट करना और उनका अभ्यास (रिहर्सल) करना भी है। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि किसी भी आपात स्थिति में आम नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने की प्रक्रिया सुचारू और प्रभावी हो। निकासी मार्गों, परिवहन के साधनों और अस्थायी आश्रयों की व्यवस्था का मूल्यांकन किया जाएगा और संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए जाएंगे।
The Ministry of Home Affairs (MHA) has instructed states to conduct mock drills on May 7, focusing on air raid sirens, civilian training, blackout measures, camouflaging vital installations and updating evacuation plans: GoI Sources pic.twitter.com/5rmo3krIxA
— IANS (@ians_india) May 5, 2025