Thu, 22 May 2025 02:10:36pm
सुकमा: छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के कर्रेगुट्टा पहाड़ियों के इलाके में सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच हुई एक भीषण मुठभेड़ में 8 नक्सली मारे गए हैं, जिनमें दंडकारण्य विशेष क्षेत्र समिति (DVC) के दो सदस्य भी शामिल हैं। इस मुठभेड़ में तेलंगाना के "ग्रीन फाइटर" टीम के 5 बहादुर जवान भी शहीद हो गए। यह घटना नक्सल प्रभावित क्षेत्र में सुरक्षा बलों की एक बड़ी सफलता के रूप में देखी जा रही है, वहीं जवानों का बलिदान देश के लिए एक अपूरणीय क्षति है।
कर्रेगुट्टा की पहाड़ियों में खूनी संघर्ष
सुरक्षा बलों को कर्रेगुट्टा की पहाड़ियों में नक्सलियों की मौजूदगी की खुफिया जानकारी मिली थी। इसी सूचना के आधार पर एक संयुक्त अभियान चलाया गया। जैसे ही सुरक्षा बलों की टीम पहाड़ी इलाके में पहुंची, घात लगाए बैठे नक्सलियों ने उन पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। सुरक्षा बलों ने भी तुरंत जवाबी कार्रवाई की, जिसके बाद दोनों पक्षों के बीच भीषण गोलीबारी शुरू हो गई। यह मुठभेड़ काफी देर तक चली और इसमें दोनों तरफ से भारी हथियारों का इस्तेमाल किया गया।
नक्सलियों को भारी नुकसान
मुठभेड़ समाप्त होने के बाद, घटनास्थल से 8 नक्सलियों के शव बरामद किए गए। मारे गए नक्सलियों में दंडकारण्य विशेष क्षेत्र समिति (DVC) के दो महत्वपूर्ण सदस्य भी शामिल हैं, जिनकी पहचान अभी तक सार्वजनिक नहीं की गई है। इन नक्सलियों का मारा जाना क्षेत्र में नक्सली गतिविधियों के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है। सुरक्षा बलों ने घटनास्थल से कई हथियार और गोला-बारूद भी बरामद किए हैं, जिससे नक्सलियों की मारक क्षमता का अंदाजा लगाया जा सकता है।
'ग्रीन फाइटर' टीम के जवानों का बलिदान
इस मुठभेड़ में तेलंगाना पुलिस की विशेष इकाई "ग्रीन फाइटर" टीम के पांच जवान भी शहीद हो गए। इन जवानों ने नक्सलियों का बहादुरी से मुकाबला किया और अपनी जान की परवाह किए बिना दुश्मनों को भारी नुकसान पहुंचाया। शहीद जवानों का यह बलिदान देश हमेशा याद रखेगा। उनकी शहादत ने सुरक्षा बलों के दृढ़ संकल्प और नक्सलियों के खिलाफ लड़ाई में उनके समर्पण को दर्शाया है।
क्षेत्र में तलाशी अभियान जारी
मुठभेड़ के बाद, सुरक्षा बलों ने पूरे कर्रेगुट्टा पहाड़ी इलाके में तलाशी अभियान तेज कर दिया है। यह आशंका जताई जा रही है कि कुछ और नक्सली इलाके में छिपे हो सकते हैं। सुरक्षा बल हर संभावित ठिकाने की बारीकी से जांच कर रहे हैं ताकि किसी भी बचे हुए नक्सली को पकड़ा जा सके और इलाके को पूरी तरह से सुरक्षित किया जा सके।
नक्सलवाद के खिलाफ निर्णायक लड़ाई
यह मुठभेड़ छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद के खिलाफ चल रही निर्णायक लड़ाई में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकती है। सुरक्षा बलों द्वारा लगातार चलाए जा रहे अभियानों के कारण नक्सलियों का प्रभाव क्षेत्र सीमित होता जा रहा है। हालांकि, इस लड़ाई में जवानों का बलिदान यह याद दिलाता है कि यह चुनौती अभी भी समाप्त नहीं हुई है और इसके लिए निरंतर प्रयास और सतर्कता की आवश्यकता है। शहीद जवानों के परिवारों के प्रति देश की संवेदनाएं हैं और उनका बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। सुरक्षा बल इस क्षेत्र में शांति और सुरक्षा स्थापित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
#BREAKING: In Sukma, Chhattisgarh, an encounter between security forces and Naxals resulted in 8 Naxals killed, including 2 DVC members. 5 Telangana soldiers from the "Green Fighter" team were killed. The clash occurred in the Karregutta hills area pic.twitter.com/x0rjhOlizs
— IANS (@ians_india) May 8, 2025