Thu, 22 May 2025 01:17:57pm
भारत और पाकिस्तान के बीच जारी तनाव के बीच, दोनों देशों ने संघर्ष विराम पर सहमति व्यक्त की है। हालांकि, यह संघर्ष विराम कड़ी भारतीय शर्तों के तहत कायम है। इस संबंध में सूत्रों ने स्पष्ट किया है कि कोई पूर्व शर्त नहीं रखी गई है, सिंधु जल संधि (IWT) अभी भी स्थगित रहेगी, और वीजा प्रतिबंधों में कोई ढील नहीं दी जाएगी। यह संघर्ष विराम पाकिस्तान के डीजीएमओ की पहल पर हुआ है, और यह पूरी तरह से द्विपक्षीय है, जिसमें किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता या भागीदारी नहीं है।
भारतीय शर्तों पर कायम संघर्ष विराम
सूत्रों के अनुसार, भारत ने इस संघर्ष विराम के लिए अपनी शर्तें स्पष्ट रूप से रखी हैं। आतंकवाद के मुद्दे पर भारत का रुख पहले की तरह ही कठोर बना रहेगा, और इस मामले में कोई समझौता नहीं किया जाएगा। भारत ने यह भी स्पष्ट किया है कि सिंधु जल संधि पर फिलहाल कोई बातचीत नहीं होगी और यह संधि अभी भी स्थगित रहेगी। इसके अतिरिक्त, दोनों देशों के बीच वीजा प्रतिबंधों को भी वापस नहीं लिया जाएगा। इस से पूर्व भारत ने आतंकवाद पर अपना रुख स्पष्ट करते हुए निर्णय किया है कि भविष्य में किसी भी आतंकवादी हमले को 'एक्ट ऑफ वार' माना जाएगा और उसी के अनुरूप कार्रवाई की जाएगी।
पाकिस्तान के डीजीएमओ की पहल
यह संघर्ष विराम पाकिस्तान के डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशंस (डीजीएमओ) की ओर से की गई पहल के बाद संभव हो पाया है। दोनों देशों के डीजीएमओ के बीच सीधी बातचीत हुई, जिसके बाद दोनों पक्षों ने संघर्ष विराम पर सहमति जताई। इस घटनाक्रम से यह स्पष्ट होता है कि यह बातचीत पूरी तरह से द्विपक्षीय थी और इसमें किसी भी तीसरे देश या संगठन की कोई भूमिका नहीं थी।
राष्ट्रपति ट्रम्प का सोशल मीडिया पर बड़ा ऐलान
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने आज भारतीय समयानुसार शाम 5 बजकर 33 मिनट पर एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक बड़ा ऐलान किया। उन्होंने लिखा, "संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा लंबी रात की वार्ता के बाद, मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि भारत और पाकिस्तान पूर्ण और तत्काल युद्धविराम पर सहमत हो गए हैं। सामान्य ज्ञान और महान बुद्धिमत्ता का उपयोग करने के लिए दोनों देशों को बधाई। इस मामले पर ध्यान देने के लिए धन्यवाद।"
विदेश सचिव ने की पुष्टि, डीजीएमओ स्तर पर बनी सहमति
इसके तुरंत बाद, विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने एक संक्षिप्त बयान में कहा कि दोनों देशों के सैन्य संचालन महानिदेशकों (डीजीएमओ) ने एक फोन कॉल पर पूर्ण युद्धविराम पर सहमति व्यक्त की है। विदेश सचिव ने बताया, "पाकिस्तान के डीजीएमओ ने आज दोपहर 15:35 बजे (भारतीय समयानुसार 3:35 बजे) भारत के डीजीएमओ को फोन किया। उनके बीच इस बात पर सहमति बनी कि दोनों पक्ष आज शाम 17:00 बजे (भारतीय समयानुसार 5 बजे) से तत्काल प्रभाव से जमीन, हवा और समुद्र में सभी गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई बंद कर देंगे। इस समझौते को लागू करने के लिए दोनों पक्षों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं। सैन्य संचालन महानिदेशक 12 मई को 12:00 बजे फिर से बात करेंगे।"
विदेश मंत्री जयशंकर ने भी दी जानकारी
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी इस बात की पुष्टि की कि दोनों देश सभी सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमत हो गए हैं। उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "भारत और पाकिस्तान ने आज गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई को रोकने पर एक समझौता किया है। भारत ने हमेशा आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों के खिलाफ एक दृढ़ और अडिग रुख बनाए रखा है। यह ऐसा करना जारी रखेगा।"
पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने भी किया युद्धविराम का समर्थन
पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार ने भी एक्स पर एक पोस्ट के माध्यम से युद्धविराम की पुष्टि की। उन्होंने कहा, "पाकिस्तान और भारत तत्काल प्रभाव से युद्धविराम पर सहमत हो गए हैं। पाकिस्तान ने हमेशा अपनी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता से समझौता किए बिना, क्षेत्र में शांति और सुरक्षा के लिए प्रयास किया है!"
तनाव कम करने की उम्मीद
हालांकि, संघर्ष विराम की शर्तें भारत के सख्त रुख को दर्शाती हैं, लेकिन इस सहमति से सीमा पर जारी तनाव को कुछ हद तक कम करने की उम्मीद की जा सकती है। दोनों देशों के बीच शांति और स्थिरता बनाए रखने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है, बशर्ते दोनों पक्ष अपनी प्रतिबद्धताओं का ईमानदारी से पालन करें।