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खुफिया नेटवर्क ध्वस्त: रामपुर का शहजाद निकला पाकिस्तान का मोहरा, हवाला और वीजा रैकेट का पर्दाफाश



अजय त्यागी 2025-05-19 12:31:11 उत्तर प्रदेश

रामपुर का शहजाद
रामपुर का शहजाद
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उत्तर प्रदेश के आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए रामपुर के रहने वाले शहजाद नामक एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। शहजाद पर पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) के लिए जासूसी करने का गंभीर आरोप है। शनिवार को मुरादाबाद से गिरफ्तार किए गए शहजाद पर आईएसआई को संवेदनशील सूचनाएं भेजने और उत्तर प्रदेश में सक्रिय उसके एजेंटों की मदद करने का आरोप है। इस गिरफ्तारी से सीमा पार से चल रही खुफिया गतिविधियों का एक महत्वपूर्ण पहलू उजागर हुआ है।

आईएसआई के लिए जासूसी और फंडिंग का नेटवर्क:

उत्तर प्रदेश एटीएस द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, शहजाद न केवल भारत की गोपनीय जानकारी पाकिस्तानी एजेंसी को भेज रहा था, बल्कि उत्तर प्रदेश के भीतर सक्रिय आईएसआई एजेंटों को धन और सिम कार्ड भी वितरित कर रहा था। यह फंडिंग और सिम कार्ड वितरण भारत के खिलाफ उनकी जासूसी गतिविधियों को सुगम बना रहा था। एटीएस की जांच में यह भी पता चला है कि शहजाद उन व्यक्तियों के लिए वीजा की व्यवस्था करने में भी शामिल था जो आईएसआई के साथ सहयोग करने के लिए पाकिस्तान की यात्रा करने की योजना बना रहे थे।

सीमा पार तस्करी और खुफिया गठजोड़:

एटीएस ने खुफिया जानकारी के आधार पर कार्रवाई की, जिसमें भारत-पाकिस्तान सीमा पर सीमा पार तस्करी में शामिल एक व्यक्ति की संलिप्तता का संकेत मिला था। यह व्यक्ति कथित तौर पर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के संरक्षण में था और जासूसी तथा राष्ट्र-विरोधी गतिविधियों दोनों में शामिल था। शहजाद की गिरफ्तारी से इस खुफिया गठजोड़ का पर्दाफाश हुआ है, जो सीमा पार से चल रही अवैध गतिविधियों और जासूसी के बीच एक खतरनाक संबंध को दर्शाता है।

पाकिस्तान के साथ गहरे संबंध और छद्म व्यापार:

जांच में यह भी सामने आया है कि शहजाद पिछले कई वर्षों में लगातार पाकिस्तान का दौरा करता रहा था। अधिकारियों को संदेह है कि सीमा पार सौंदर्य प्रसाधन, कपड़े, मसाले और अन्य वस्तुओं का उसका अवैध व्यापार आईएसआई के लिए उसकी गुप्त कार्रवाइयों के लिए एक आवरण के रूप में काम कर रहा था। बताया जाता है कि उसके कई आईएसआई एजेंटों के साथ घनिष्ठ संबंध थे और वह उनसे लगातार संपर्क में रहता था।

लखनऊ में मामला दर्ज, गहन पूछताछ जारी:

शहजाद के खिलाफ पर्याप्त सबूत इकट्ठा करने के बाद एटीएस ने लखनऊ में एक मामला दर्ज किया है। वर्तमान में शहजाद एटीएस की हिरासत में है और उससे गहन पूछताछ की जा रही है ताकि आईएसआई के साथ उसके पूरे नेटवर्क और उसकी गतिविधियों की गहराई का पता लगाया जा सके। एटीएस को उम्मीद है कि इस पूछताछ से कई और महत्वपूर्ण खुलासे हो सकते हैं जो राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण होंगे।

उत्तर प्रदेश एटीएस द्वारा रामपुर के शहजाद की गिरफ्तारी एक महत्वपूर्ण सफलता है, जिसने पाकिस्तान की आईएसआई द्वारा चलाए जा रहे एक बड़े जासूसी नेटवर्क का पर्दाफाश किया है। शहजाद की संलिप्तता न केवल संवेदनशील सूचनाओं को लीक करने तक सीमित थी, बल्कि उसने आईएसआई एजेंटों को फंडिंग और रसद सहायता भी प्रदान की, जिससे भारत के खिलाफ उनकी गतिविधियां तेज हो सकें। एटीएस की यह कार्रवाई सीमा पार से होने वाली राष्ट्र-विरोधी गतिविधियों और खुफिया साजिशों के खिलाफ एक मजबूत संदेश है। आगे की जांच से इस नेटवर्क के अन्य सदस्यों और उनकी कार्यप्रणाली के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी मिलने की संभावना है।