Thu, 22 May 2025 08:30:10pm
भीलवाड़ा शहर में आज एक अप्रत्याशित घटनाक्रम ने सनसनी फैला दी। कलेक्टर कार्यालय में एक बम की धमकी भरे ईमेल ने पल भर में अफरा-तफरी का माहौल पैदा कर दिया। आनन-फानन में पूरे परिसर को खाली कराया गया और अजमेर से बम निरोधक दस्ते को रवाना किया गया। लेकिन, इस दहशत और तनाव के बीच, एक ऐसा खुलासा हुआ जिसने सभी को राहत की सांस लेने पर मजबूर कर दिया। क्या यह वाकई में सिर्फ एक मॉक ड्रिल थी? आइए, इस पूरे घटनाक्रम की गहराई में उतरते हैं।
धमकी और तत्काल कार्रवाई:
आज सुबह भीलवाड़ा कलेक्टर कार्यालय में एक अज्ञात ईमेल के माध्यम से बम की धमकी मिली। इस सूचना के मिलते ही प्रशासन हरकत में आ गया। सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए, कलेक्टर परिसर में मौजूद सभी कर्मचारियों और आगंतुकों को तुरंत बाहर निकाला गया। खतरे की गंभीरता को देखते हुए, स्थानीय पुलिस ने तत्काल अजमेर स्थित बम निरोधक दस्ते को सूचित किया और उन्हें भीलवाड़ा के लिए रवाना किया गया।
सुरक्षा बलों की गहन जांच:
जब तक बम निरोधक दस्ता पहुंचा, स्थानीय पुलिस ने पूरे कलेक्टर परिसर को घेर लिया और गहन तलाशी अभियान शुरू कर दिया। हर कोने की बारीकी से जांच की गई ताकि किसी भी संदिग्ध वस्तु का पता लगाया जा सके। इस दौरान, आसपास के क्षेत्र में भी सुरक्षा बढ़ा दी गई थी और लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई थी।
मॉक ड्रिल का खुलासा:
जब बम निरोधक दस्ते ने भी अपनी जांच पूरी कर ली और कोई भी संदिग्ध वस्तु नहीं मिली, तो अधिकारियों ने एक महत्वपूर्ण खुलासा किया। उन्होंने बताया कि यह पूरी कवायद वास्तव में एक पूर्व नियोजित मॉक ड्रिल थी। इस मॉक ड्रिल का उद्देश्य प्रशासन और विभिन्न विभागों की सुरक्षा तैयारियों और सतर्कता का परीक्षण करना था।
मॉक ड्रिल का महत्व:
अधिकारियों ने बताया कि इस तरह की मॉक ड्रिल समय-समय पर आयोजित की जाती हैं ताकि किसी भी वास्तविक आपात स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन और सुरक्षा बल हमेशा तैयार रहें। यह अभ्यास कर्मचारियों को ऐसी स्थितियों में सही प्रतिक्रिया करने और सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करने का प्रशिक्षण भी प्रदान करता है। इस मॉक ड्रिल के माध्यम से, प्रशासन अपनी कमियों को पहचानने और उन्हें सुधारने का भी प्रयास करता है।
भीलवाड़ा कलेक्टर कार्यालय में बम की धमकी के बाद हुई यह घटना, भले ही एक मॉक ड्रिल निकली, लेकिन इसने प्रशासन और सुरक्षा बलों की त्वरित प्रतिक्रिया और समन्वय को स्पष्ट रूप से प्रदर्शित किया। इस अभ्यास ने न केवल सुरक्षा व्यवस्था की जांच की, बल्कि सभी संबंधित विभागों को भविष्य में किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए अपनी तैयारियों को और मजबूत करने का संदेश भी दिया। यह घटना एक महत्वपूर्ण सबक है कि सतर्कता और तैयारी किसी भी संभावित खतरे से बचाव का सबसे प्रभावी तरीका है।
Bhilwara, Rajasthan: A bomb threat email at Bhilwara Collectorate triggered panic, leading to immediate evacuation and deployment of a bomb disposal squad from Ajmer. After thorough checks, authorities revealed it was a planned mock drill to test the security and alertness of the… pic.twitter.com/84WU1uYecw
— IANS (@ians_india) May 20, 2025