Thu, 22 May 2025 01:39:05pm
राजस्थान में अवैध रूप से रह रहे विदेशी नागरिकों के खिलाफ राज्य पुलिस का अभियान लगातार तेज हो रहा है। इसी कड़ी में, अजमेर जिले की पुलिस ने हाल ही में रूपनगढ़ थाना क्षेत्र में एक बड़ी कार्रवाई करते हुए तीन बांग्लादेशी महिलाओं को हिरासत में लिया है। यह कार्रवाई जिला पुलिस, सीआईडी जोन और स्थानीय पुलिस के संयुक्त अभियान का हिस्सा है, जो भारत में अवैध रूप से रह रहे विदेशी नागरिकों, विशेषकर बांग्लादेशी नागरिकों की पहचान करने और उन्हें बाहर निकालने के लिए चल रहा है। यह घटना दर्शाती है कि राजस्थान सरकार और पुलिस आंतरिक सुरक्षा और देश की संप्रभुता से कोई समझौता नहीं करने को लेकर कितनी गंभीर है।
अवैध बांग्लादेशी नागरिकों के खिलाफ अभियान:
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) दीपक कुमार शर्मा ने बताया कि हाल के दिनों में जिला पुलिस भारत में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी नागरिकों के खिलाफ एक विशेष अभियान चला रही है। यह अभियान मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के निर्देशों के अनुरूप है, जिन्होंने हाल ही में राज्य में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी नागरिकों को निर्वासित करने का निर्देश दिया था। इस अभियान के तहत, पुलिस संदिग्ध व्यक्तियों के दस्तावेजों की गहनता से जांच कर रही है और ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है जो वैध दस्तावेजों के बिना भारत में रह रहे हैं।
रूपनगढ़ में मिली सफलता:
इसी अभियान के तहत, पुलिस को मंगलवार को एक महत्वपूर्ण सूचना मिली कि रूपनगढ़ थाना क्षेत्र में कुछ बांग्लादेशी महिलाएं अवैध रूप से निवास कर रही हैं। इस सूचना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए, रूपनगढ़ पुलिस ने सीआईडी जोन और जिला पुलिस के साथ मिलकर एक संयुक्त अभियान चलाया। इस सुनियोजित ऑपरेशन के दौरान, पुलिस टीमों ने तीन बांग्लादेशी महिलाओं को हिरासत में लेने में सफलता प्राप्त की। ये महिलाएं अवैध रूप से भारत में रह रही थीं और पुलिस अब उनसे आगे की पूछताछ कर रही है।
पहले भी हुई हैं गिरफ्तारियां:
अजमेर में अवैध बांग्लादेशी नागरिकों के खिलाफ यह पहली कार्रवाई नहीं है। इससे पहले भी, मई 2025 की शुरुआत में, अजमेर पुलिस ने 2,000 से अधिक संदिग्धों की जांच के बाद छह बांग्लादेशी नागरिकों को हिरासत में लिया था जो अवैध रूप से रह रहे थे। इन गिरफ्तारियों में दरगाह क्षेत्र से चार और सरवाड़ से दो बांग्लादेशी नागरिक शामिल थे। अप्रैल 2025 में भी, दरगाह पुलिस ने एक 60 वर्षीय बांग्लादेशी नागरिक मोहम्मद मुनीर हुसैन को गिरफ्तार किया था, जो कई सालों से अवैध रूप से भारत में रह रहा था। ये गिरफ्तारियां दर्शाती हैं कि अजमेर क्षेत्र अवैध प्रवासियों के लिए एक संभावित ठिकाना रहा है।
जांच और आगे की कार्यवाही:
हिरासत में ली गई तीनों बांग्लादेशी महिलाओं से पुलिस अब विस्तृत पूछताछ कर रही है। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि वे भारत में कैसे दाखिल हुईं, उनके यहाँ रहने का उद्देश्य क्या है, और क्या वे किसी बड़े नेटवर्क का हिस्सा हैं। पुलिस इन महिलाओं के संपर्कों और वित्तीय लेनदेन की भी जांच कर सकती है। अवैध प्रवासियों को पकड़ने के बाद, उन्हें निर्धारित प्रक्रिया के तहत पहले निरोध केंद्रों में रखा जाता है और फिर केंद्रीय एजेंसियों के समन्वय से उन्हें उनके देश वापस भेजने की प्रक्रिया शुरू की जाती है। यह अभियान राज्य की सुरक्षा और कानून-व्यवस्था के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
Ajmer, Rajasthan: Additional SP (Rural) Deepak Kumar Sharma says, "In recent times, the district police have been running a campaign against illegal Bangladeshi nationals residing in India. As part of this effort, we received information yesterday that some Bangladeshi women were… pic.twitter.com/bArGspObrs
— IANS (@ians_india) May 20, 2025