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धौलपुर में आफत की रात: तूफान ने लील ली घरों की छतें, दर्जनों लोग अस्पताल में



अजय त्यागी 2025-05-22 08:00:50 राजस्थान

दर्जनों लोग अस्पताल में
दर्जनों लोग अस्पताल में
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प्रकृति का प्रकोप जब अपने चरम पर होता है, तो वह पलक झपकते ही सब कुछ तबाह कर देता है। देर रात राजस्थान के धौलपुर जिले में कुछ ऐसा ही हुआ, जब एक अप्रत्याशित और भीषण तूफान ने पूरी रात को खौफनाक बना दिया। हवा की गति इतनी प्रचंड थी कि सैकड़ों पेड़ जड़ से उखड़ गए, घरों की दीवारें और टिन की छतें ताश के पत्तों की तरह बिखर गईं, और बिजली के खंभे टूटकर गिर गए। यह सिर्फ एक तूफान नहीं था, बल्कि एक ऐसी आफत थी जिसने पूरे इलाके में तबाही का मंजर छोड़ दिया, और दर्जनों लोगों को घायल कर दिया। आइए जानते हैं इस विनाशकारी रात के विस्तृत हाल।

धौलपुर में देर रात आया विनाशकारी तूफान

राजस्थान के धौलपुर जिले में देर रात अचानक आए एक भीषण तूफान ने बड़े पैमाने पर तबाही मचाई। मध्यरात्रि के बाद शुरू हुए इस तूफान की गति इतनी प्रचंड थी कि इसने पल भर में ही सब कुछ तहस-नहस कर दिया। जिले के विभिन्न हिस्सों से भारी नुकसान की खबरें सामने आई हैं। स्थानीय लोगों के अनुसार, हवा की आवाज इतनी तेज थी कि ऐसा लग रहा था मानो कोई विशालकाय रेलगाड़ी तेजी से गुजर रही हो। इस तूफान ने लोगों को संभलने का भी मौका नहीं दिया और देखते ही देखते सब कुछ उखाड़ फेंका।

सैकड़ों पेड़ धराशायी, मकानों को भारी क्षति

तूफान का सबसे बड़ा कहर पेड़ों पर टूटा। पूरे धौलपुर जिले में सैकड़ों पेड़ अपनी जड़ों से उखड़ गए, जिससे सड़कें अवरुद्ध हो गईं और यातायात पूरी तरह ठप हो गया। इसके साथ ही, कई घरों को भी भारी नुकसान पहुंचा। तूफान की तीव्रता इतनी अधिक थी कि टिन की छतें हवा में उड़ गईं और यहां तक कि कंक्रीट संरचनाओं वाले कई घरों की दीवारें भी ढह गईं। यह स्थिति उन लोगों के लिए और भी भयावह थी जो इन घरों में रह रहे थे, क्योंकि वे रात के अंधेरे में बिना छत और सुरक्षित ठिकाने के रह गए। कई ग्रामीण इलाकों में तो पूरा का पूरा घर ही मलबे में तब्दील हो गया।

बिजली व्यवस्था ध्वस्त, दर्जनों लोग घायल

तूफान के कारण बिजली के खंभे भी टूटकर गिर गए, जिससे पूरे जिले में बिजली आपूर्ति पूरी तरह से ठप हो गई। देर रात से ही अंधेरा छा गया और अगले दिन सुबह तक भी कई इलाकों में बिजली बहाल नहीं हो पाई थी। बिजली के तार टूटने और खंभे गिरने से भी कई स्थानों पर खतरा पैदा हो गया। इस भयंकर तूफान में एक दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए हैं। घायलों को स्थानीय अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है। कई घायलों को पेड़ों या गिरी हुई संरचनाओं से चोटें आई हैं, जबकि कुछ को उड़ती हुई वस्तुओं से नुकसान पहुंचा है।

राहत और बचाव कार्य जारी

धौलपुर जिला प्रशासन ने तूफान से हुए नुकसान का आकलन शुरू कर दिया है। राहत और बचाव दल प्रभावित क्षेत्रों में भेजे गए हैं ताकि गिरे हुए पेड़ों को हटाया जा सके और क्षतिग्रस्त बिजली लाइनों को ठीक किया जा सके। स्थानीय स्वयंसेवक भी प्रभावित लोगों की मदद के लिए आगे आए हैं। हालांकि, बड़े पैमाने पर हुई तबाही को देखते हुए, सामान्य स्थिति बहाल होने में समय लग सकता है। प्रशासन लोगों से सुरक्षित रहने और टूटे हुए बिजली के तारों से दूर रहने की अपील कर रहा है।

धौलपुर में देर रात आए इस तूफान ने एक बार फिर प्राकृतिक आपदाओं के प्रति हमारी संवेदनशीलता को उजागर किया है। इसने न केवल भौतिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया है, बल्कि कई जिंदगियों को भी प्रभावित किया है। यह घटना हमें याद दिलाती है कि हमें हमेशा ऐसी अप्रत्याशित परिस्थितियों के लिए तैयार रहना चाहिए और अपने बुनियादी ढांचे को मजबूत बनाना चाहिए। उम्मीद है कि प्रशासन और नागरिक समाज मिलकर इस त्रासदी से उबरने और प्रभावित लोगों के पुनर्वास में सक्रिय भूमिका निभाएंगे।