Thu, 22 May 2025 02:29:18pm
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली, अपनी व्यस्त सड़कों और भीड़भाड़ वाले बाजारों के लिए जानी जाती है। लेकिन कभी-कभी प्रकृति का एक छोटा सा प्रकोप भी यहां बड़ी तबाही ला सकता है। हाल ही में मंगोलपुरी इलाके में आई एक अचानक आंधी ने ऐसा ही भयावह मंजर पैदा कर दिया, जब फर्नीचर मार्केट में एक इमारत की बालकनी ढहकर कंजावला रोड पर आ गिरी। इस हादसे ने न केवल चार लोगों को घायल कर दिया, बल्कि कई वाहनों को भी मलबे में तब्दील कर दिया। यह घटना सिर्फ एक दुर्घटना नहीं, बल्कि शहरी बुनियादी ढांचे की सुरक्षा और प्राकृतिक आपदाओं से निपटने की हमारी तैयारियों पर एक गंभीर सवाल है।
मंगोलपुरी में आंधी का कहर: गिरी बालकनी
दिल्ली के मंगोलपुरी इलाके में अचानक आई तेज आंधी ने भारी नुकसान पहुंचाया। तेज हवाओं का प्रकोप इतना अधिक था कि फर्नीचर मार्केट में स्थित एक इमारत की बालकनी भरभराकर ढह गई। यह हादसा शाम के समय हुआ, जब बाजार में लोगों की चहल-पहल थी। बालकनी का मलबा सीधे कंजावला रोड पर आ गिरा, जिससे वहां से गुजर रहे लोग और वाहन इसकी चपेट में आ गए। इस घटना ने एक बार फिर दिल्ली में पुरानी या कमजोर इमारतों की सुरक्षा पर चिंताएं बढ़ा दी हैं, खासकर जब मौसम अचानक बिगड़ जाए।
चार लोग घायल, जिनमें एक महिला भी शामिल
इस दुखद हादसे में चार लोग घायल हो गए, जिनमें एक महिला भी शामिल है। बालकनी के मलबे की चपेट में आने से उन्हें गंभीर चोटें आईं। स्थानीय लोगों और पुलिस की मदद से तत्काल घायलों को मलबे से निकाला गया। सभी घायलों को पास के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है। गनीमत रही कि हादसे के वक्त सड़क पर भीड़ थोड़ी कम थी, अन्यथा यह दुर्घटना और भी भयावह हो सकती थी। घायलों की पहचान और उनकी स्थिति के बारे में विस्तृत जानकारी अभी प्रतीक्षित है, लेकिन सभी खतरे से बाहर बताए जा रहे हैं।
कई वाहन क्षतिग्रस्त: दुपहिया और रिक्शा मलबे में
गिरती हुई बालकनी ने सड़क पर खड़े और गुजर रहे कई वाहनों को भी अपनी चपेट में ले लिया। हादसे में दोपहिया वाहनों और एक रिक्शे सहित कई गाड़ियां बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गईं। मलबे के नीचे दबे ये वाहन पूरी तरह से चकनाचूर हो गए। इन क्षतिग्रस्त वाहनों के मालिक भी मौके पर पहुंचे, जो अपने नुकसान को देखकर स्तब्ध थे। यह घटना उन लोगों के लिए एक बड़ा वित्तीय झटका है, जिनके वाहन इस आकस्मिक दुर्घटना में नष्ट हो गए। पुलिस ने क्षतिग्रस्त वाहनों को हटाने का काम शुरू कर दिया है ताकि सड़क को यातायात के लिए फिर से खोला जा सके।
जांच जारी, सुरक्षा मानकों पर सवाल
घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस और आपदा प्रबंधन दल मौके पर पहुंच गए। राहत और बचाव कार्य तेजी से चलाया गया। फिलहाल, इस घटना की विस्तृत जांच जारी है। जांच का मुख्य उद्देश्य यह पता लगाना है कि बालकनी किस वजह से गिरी – क्या यह खराब निर्माण सामग्री के कारण था, या संरचनात्मक कमजोरी थी, या फिर आंधी की तीव्रता इतनी अधिक थी कि उसने किसी भी ढांचे को नहीं बख्शा। यह हादसा दिल्ली में पुराने और कमजोर भवनों के सुरक्षा मानकों की समीक्षा की आवश्यकता पर जोर देता है, खासकर घनी आबादी वाले और व्यावसायिक क्षेत्रों में।
मंगोलपुरी में हुई यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना दिल्ली जैसे महानगरों में शहरी सुरक्षा और बुनियादी ढांचे के रखरखाव की चुनौती को रेखांकित करती है। यह सिर्फ एक इमारत का हिस्सा ढहना नहीं था, बल्कि उन लापरवाहियों और अनदेखी का परिणाम भी हो सकता है, जो अक्सर बड़े हादसों का कारण बनती हैं। यह घटना एक वेक-अप कॉल है कि हमें अपने शहरी नियोजन में मौसम के बदलते मिजाज और पुरानी संरचनाओं की सुरक्षा को प्राथमिकता देनी होगी, ताकि भविष्य में ऐसी त्रासदियों से बचा जा सके और नागरिकों की जान-माल की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
Delhi: A sudden storm in Mangolpuri area caused the balcony of a building in the furniture market to collapse onto Kanjhawala Road, injuring four people, including one woman. Several vehicles, including two-wheelers and a rickshaw, were damaged. The injured were admitted to a… pic.twitter.com/udGvxCVqIs
— IANS (@ians_india) May 21, 2025