Fri, 20 September 2024 03:23:42am
यमुनानगर के पूर्व विधायक दिलबाग सिंह ने प्रवर्तन निदेशालय द्वारा गिरफ्तार करने के आदेश को रद करने की हाई कोर्ट से गुहार लगाई है। याचिका के अनुसार हाई कोर्ट उसे तुरंत हिरासत से रिहा करने का निर्देश दें क्योंकि उसे हिरासत में रखना कानून और न्याय के लिए उचित नहीं है।
गिरफ्तारी और रिमांड आदेशों को रद करने की मांग
पंजाब एंड हरियाणा हाई कोर्ट के जस्टिस विकास बहल ने इस मामले पर कोई आदेश जारी न करते हुए हाई कोर्ट की रजिस्ट्री को आदेश दिया कि इस याचिका को नियम के तहत उचित बेंच के समक्ष 18 जनवरी के लिए सूचीबद्ध करे। बेंच ने कहा कि उपरोक्त याचिका के अवलोकन से पता चलता है कि याचिकाकर्ता ने गिरफ्तारी और रिमांड आदेशों को रद्द करने की मांग की है।
वर्तमान याचिका कई अन्य याचिकाओं के समान है जिसमें धन शोधन निवारण अधिनियम के तहत दर्ज मामलों में इस तरह की मांग की गई है। याचिकाकर्ता पूर्व विधायक है, वर्तमान/पूर्व सांसद/विधायकों द्वारा या उनके विरुद्ध सभी आपराधिक मामलों की सुनवाई का रोस्टर हाई कोर्ट की एक डिवीजन बेंच को सौंपा गया है।
धन शोधन निवारण अधिनियम का केस
धन शोधन निवारण अधिनियम के तहत दर्ज मामलों हाई कोर्ट की एक अन्य डिविजन बेंच सुनवाई करती आई है और उस पर फैसले भी किए हैं। ऐसे में हाई कोर्ट की रजिस्ट्री इस मामले को देखे और उचित बेंच के सामने इस मामले को सूचीबद्ध करे।
4 जनवरी को हुई थी अलग-अलग जगह पर छापेमारी, बाद में हुई गिरफ्तारी
ज्ञात रहे कि दिलबाग सिंह को पांच दिन की कार्रवाई के बाद पिछले दिनों प्रवर्तन निदेशालय ने गिरफ्तार कर लिया था। हरियाणा के अलग-अलग ठिकाने पर चार जनवरी की सुबह प्रवर्तन निदेशालय की अलग-अलग टीमों ने करनाल, सोनीपत और यमुनानगर में दबिश दी थी।
यमुनानगर में पूर्व विधायक दिलबाग सिंह के घर पांच दिन चली प्रवर्तन निदेशालय की करवाई दिलबाग सिंह की गिरफ्तारी के साथ खत्म हुई। उनके आवास से प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारी उन्हें गाड़ी में बैठाकर दिल्ली ले गए।
रिश्ते में अभय सिंह चौटाला के संबंधी
इनेलो के नेता और पूर्व विधायक दिलबाग सिंह और उसके सहयोगी के घर से पांच करोड़ रुपये केश चार विदेशी निर्मित हथियार 100 से अधिक शराब की बोतलें और 4-5 किलोग्राम सोना बरामद हुआ था। वह 2009 में पहली बार इनेलो से विधायक बने। चार साल पहले दिलबाग सिंह अभय सिंह चौटाला के समधी बने थे।