Fri, 20 September 2024 03:16:14am
पहाड़ों की रानी शिमला में 123 साल पुराने आइस स्केटिंग रिंक में कार्निवल हुआ। छह साल बाद के लंबे इंतजार के बाद कार्निवल का आयोजन हुआ है। दरअसल, बीते कुछ सालों में मौसम का साथ न मिलने की वजह से कार्निवल नहीं हो पा रहा था। इस बार मौसम ने साथ दिया, तो लोगों का इंतजार खत्म हुआ और कार्निवल में करीब 80 स्केटर्स ने अपनी प्रतिभा का जादू बिखेरा। कड़ाके की ठंड के बावजूद शाम छह बजे से रात 10 बजे तक अलग-अलग प्रतियोगिताओं में स्केटर्स ने हिस्सा लिया। कार्निवल में खेल मंत्री यादविंदर गोमा बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। शिमला के मेयर सुरेंद्र चौहान भी कार्निवल में बतौर विशिष्ट अतिथि मौजूद रहे।
शिमला आइस स्केटिंग रिंक कार्निवल में प्रतिभागियों ने आइस रिंक में स्केट्स पहनकर डांस किया। इसके अलावा रिंक में ही सिंगिंग कंपटीशन और पेंटिंग प्रतियोगिता भी आयोजित हुई। आइस स्केटिंग रिंक कार्निवल में टॉर्च लाइट टैटू ने हर किसी का ध्यान अपनी तरफ खींचा और यह कार्निवल में आकर्षण का मुख्य केंद्र बना। टॉर्च लाइट टैटू में स्केटर्स ने हाथों में मशाल लेकर लोगों का खूब मनोरंजन किया। रात के अंधेरे में स्केटर्स की मशाल से पूरा इलाका जगमग हो उठा।
ऑल वेदर रिंक बनाने का मामला CM के सामने उठाएंगे खेल मंत्री
कार्निवल के दौरान हिमाचल प्रदेश सरकार में खेल मंत्री यादविंदर गोमा ने कहा कि वह पहली बार इस तरह के किसी कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्हें पहली बार ही आइस स्केटिंग रिंक में आने का मौका मिला। क्लाइमेट चेंज की वजह से यहां पहले के मुकाबले अब बर्फ जमने में दिक्कत भी पेश आ रही है। क्लब की ओर से ऑल वेदर रिंक बनाने का प्रपोजल सरकार को पहले ही भेजा जा चुका है। इसके लिए 45 करोड़ रुपये की डीपीआर भी तैयार हुई है। खेल मंत्री ने कहा कि वह इस संदर्भ में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से बात करेंगे, ताकि क्लब की मांग पूरी हो सके। उन्होंने कहा कि वह चाहते हैं कि आने वाले वक्त में भी इसी तरह स्केटिंग के साथ प्रतियोगिताओं का आयोजन होता रहे, ताकि बच्चे ज्यादा से ज्यादा आइस स्केटिंग स्पोर्ट्स में आगे बढ़ें।