Fri, 20 September 2024 03:26:54am
झारखंड की राजनीति में हलचल तेज हो गई है। इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ईडी थोड़ी देर में कोर्ट में पेश कर सकती है। हेमंत सोरेन से मिलकर उनकी पत्नी कल्पना सोरेन कुछ देर पहले ईडी दफ्तर से निकली हैं। मामला सुप्रीम कोर्ट भी पहुंचा है। शीर्ष अदालत ने सुनवाई के लिए शुक्रवार का दिन तय किया है।
इस बीच जेएमएम विधायक दल के नेता चंपई सोरेन की शपथ को लेकर सस्पेंस बढ़ गया है। राज्यपाल ने अभी तक चंपई सोरेन को शपथ के लिए न्योता नहीं दिया है। चंपई सोरेन साथी विधायकों के साथ रांची के सर्किट हाउस में मौजूद हैं और राज्यपाल के न्योते का इंतजार कर रहे हैं। विधायकों का राज्यपाल से मिलने का भी प्लान है।
न्यौते के बीच चंपई सोरेन ने प्लान बी भी तैयार किया है। अगर चंपई सोरेन को न्यौता नहीं मिलता है या न्यौता मिलने में राज्यपाल की तरफ से देरी होती है तो गठबंधन के विधायकों को हैदराबाद शिफ्ट किया जा सकता है। रांची एयरपोर्ट पर दो चार्टर्ड प्लेन को तैयार रखा गया है जिसमें विधायकों को हैदराबाद भेजे जाने की अटकलें लग रही हैं।
विधानसभा का गणित
झारखंड में जेएमएम के 29, कांग्रेस के 17, आरजेडी के एक और सीपीआईएमएल के एक विधायक हैं। इनकी कुल संख्या 48 है। वहीं चंपई सोरेन के खिलाफ 32 विधायक हैं। इनमें बीजेपी के 26, आजसू के तीन, निर्दलीय दो और एनसीपी का एक विधायक है।
यहां कुल 81 सीटें हैं और एक सीट खाली है। बहुमत के लिए 41 सीटों की जरूरत होती है। चंपई सोरेन ने 47 विधायकों के साथ वाला पत्र राज्यपाल को सौंपा है। रांची के सर्किट हाउस में ये सभी विधायक मौजूद हैं।
कांग्रेस-जेएमएम सवाल उठा रही है कि जब बहुमत है तो राज्यपाल सीएम की शपथ में देरी क्यों कर रहे हैं? शिल्पी नेहा तिर्की ने न्यूज एजेंसी एजेंसी एएनआई से कहा कि जब हमारे पास बहुमत है तो क्यों नहीं राज्यपाल बुला रहे हैं.?
बीजेपी की बैठक
झारखंड में सस्पेंस के बीच बीजेपी ने शुक्रवार को विधायक दल की बैठक बुलाई है। इस बैठक पर सभी की नजरें हैं। सवाल उठ रहे हैं कि क्या झारखंड में कोई खेला हो सकता है?
वरिष्ठ वकील और कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने सवाल किया कि जब हेमंत सोरेन ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया तो राज्यपाल ने अभी तक मुख्यमंत्री क्यों नहीं नियुक्त किया? झारखंड और बिहार के बॉर्डर लगते हैं। लेकिन जब नीतीश कुमार के साथ हुआ तो कितनी जल्दी आपने मुख्यमंत्री नियुक्त किया।
सिंघवी ने आगे कहा कि क्या आप 47 और 33 के आंकड़े को बदल कर पेश करेंगे? क्या आप राज्यपाल के जरिए समय जुटा रहे हैं या राष्ट्रपति शासन का इंतजार कर रहे हैं?
बता दें कि हेमंत सोरेन से बुधवार को ईडी ने करीब सात घंटे तक जमीन घोटाला से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में पूछताछ की थी। इस बीच सोरेन ईडी की हिरासत में ही राजभवन पहुंचे और सीएम पद से इस्तीफा दे दिया। जिसके बाद ईडी ने हेमंत सोरेन को गिरफ्तार कर लिया।
इसी दौरान चंपई सोरेन भी राजभवन में मौजूद थे। उन्होंने राज्यपाल से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा पेश किया। अब उन्हें राज्यपाल के बुलावे का इंतजार है।