Fri, 20 September 2024 03:29:32am
उत्तर 24 परगना के संदेशखाली में शुक्रवार को लोगों ने फरार टीएमसी नेता शेख शाहजहां और उनके सहयोगियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर आंदोलन किया। सुबह से ही स्थानीय लोगों ने हाथों में लाठी-डंडे और झाड़ू लेकर संदेशखाली के विभिन्न इलाकों में जुलूस निकाला। पुलिस ने कहा कि बाद में, शाहजहां के सहयोगी शिबोप्रसाद हाजरा के घर में तोड़फोड़ की गई और कुछ फर्नीचर को आग लगा दी गई। उन्होंने बताया कि जेलियाखली में हाजरा के एक पोल्ट्री फार्म को भी आग लगा दी गई।
पुलिस अधीक्षक हुसैन मेहेदी रहमान ने कहा कि इलाके में बल भेजे गए हैं और स्थिति से निपटने के लिए काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों ने गुरुवार को शेख शाहजहां और उसके सहयोगियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी और इसकी जांच की जा रही है। एसपी ने कहा कि उनकी तलाश जारी है।
शेख शाहजहां जनवरी में लापता हो गया था
शेख शाहजहां पिछले महीने उस समय लापता हो गया था जब कथित राशन घोटाले के मामले में उसके घर पर छापा मारने गई प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की एक टीम पर भीड़ ने हमला कर दिया था। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि शेख शाहजहां और उसके गिरोह ने अपने शासनकाल के दौरान लोगों पर अत्याचार करने के अलावा, ज़मीन के बड़े हिस्से पर बलपूर्वक कब्ज़ा कर लिया।
इस बीच, शेख शाहजहां के समर्थक भी सड़कों पर उतर आए और पुलिस ने कहा कि वे झड़प को रोकने की कोशिश कर रहे थे। टीएमसी ने दावा किया कि बीजेपी और सीपीआई (एम) इलाके में अशांति फैलाने के लिए लोगों को उकसा रहे हैं।
टीएमसी प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा कि क्षेत्र में एक या दो टीएमसी नेताओं के खिलाफ असंतोष हो सकता है। साजिशकर्ताओं ने परेशानी पैदा करने के लिए इसका फायदा उठाया। यह एक अलग घटना है और लोगों की शिकायतों का समाधान किया जाएगा।
बीजेपी: घटना लोगों में दबे गुस्से का नतीजा
बीजेपी ने कहा कि यह घटना लोगों में दबे गुस्से का नतीजा है। भाजपा नेता समिक भट्टाचार्य ने दावा किया कि संदेशखाली की घटना आने वाली चीजों का ट्रेलर है। टीएमसी शासन ज्यादा दिनों तक नहीं चलेगा। सीपीआई (एम) नेता तन्मय भट्टाचार्य ने कहा कि सैकड़ों एकड़ भूमि पर अवैध कब्ज़ा और पुलिस की निष्क्रियता के कारण जनता का आक्रोश फूट पड़ा। उन्होंने दावा किया कि यह राजनीतिक नहीं था, यह भीड़ का स्वत:स्फूर्त गुस्सा था।