Fri, 20 September 2024 03:00:04am
उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी विधायकों की नाराजगी अब पार्टी के लिए मुसीबत बनती जा रही है। पार्टी के विधायकों की नाराजगी की लिस्ट हर दिन लंबी होती जा रही है। विधायकों की नाराजगी ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव को मुश्किल में डाल दिया है। दूसरी ओर अब सवाल उठने लगा है कि क्या विधायकों की नाराजगी अगर और बढ़ी तो वोटिंग से पहले ही चुनाव का खेल खत्म हो जाएगा?
दरअसल, सूत्रों की माने तो पार्टी के करीब एक दर्जन से ज्यादा विधायक सपा से बगावत करने का विचार कर रहे हैं। इस वजह से पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव की मुश्किलें बढ़ी हुई हैं। सूत्रों के अनुसार दस से ज्यादा विधायक बीजेपी के संपर्क में हैं। जबकि तीन विधायक कांग्रेस के संपर्क में बने हुए हैं। ये सभी आगामी चुनाव में टिकट की उम्मीद को लेकर बगावत करने की तैयारी कर रहे हैं।
नाराजगी की वजह क्या?
सूत्रों के अनुसार इनकी नाराजगी की वजह सपा के राज्यसभा उम्मीदवार भी हैं। अखिलेश यादव ने जया बच्चन, आलोक रंजन और रामजी सुमन को अपना उम्मीदवार बनाया है। इन उम्मीदवारों ने बीते सप्ताह नामांकन किया, उसके बाद से पार्टी में बगावत शुरु हो गई। जया बच्चन और आलोक रंजन के नाम पर विधायक नाराज बताए जा रहे हैं।
लेकिन इन सबके बीच विधायकों की नाराजगी से राज्यसभा चुनाव के लिए सपा की चुनौती बढ़ गई है। इस चुनाव में बीजेपी द्वारा आठवां उम्मीदवार उतारे जाने के बाद अब वोटिंग होना तय है। एक राज्यसभा उम्मीदवार को चुनाव में जीतने के लिए 37 विधायकों का वोट चाहिए। अभी सपा और कांग्रेस गठबंधन के पास कुल 110 विधायक हैं।
सपा के तीन उम्मीदवारों को जीतने के लिए 111 विधायकों का वोट चाहिए। अब अगर पार्टी विधायकों में नाराजगी जारी रहे तो सपा के पास कुल सौ विधायक भी नहीं जुट पाएंगे। ऐसी हालत में चुनाव की वोटिंग से पहले ही एक उम्मीदवार की हार तय हो जाएगी।