Fri, 20 September 2024 03:37:57am
भारत और जापान सेना का संयुक्त अभ्यास धर्म गार्जियन की शुरुआत रविवार को राजस्थान में बीकानेर जिले की महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में हुई है। दोनों देशों की सेना ने जमीनीस्तर पर दुश्मन से निपटने के लिए एक-दूसरे को होशियार करने के बारे में अभ्यास किया।
नौ मार्च तक चलेगा युद्धाभ्यास
नौ मार्च तक चलने वाले युद्धाभ्यास का मकसद अर्ध शहरी वातावरण में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करना है। युद्धाभ्यास के दौरान दोनों देश एक-दूसरे के हथियारों की तकनीक को समझेंगे। सुरक्षा चुनौतियों का सामना करने के लिए दोनों देश रक्षा सहयोग बढ़ाएंगे।
भारतीय सेना के प्रवक्ता कर्नल अमिताभ शर्मा ने बताया कि दोनों देशों के 40-40 सैनिक इस युद्धाभ्यास में शामिल हैं। युद्धाभ्यास में जापानी दल का नेतृत्व वहां की 34वीं इंफैंट्री रेजीमेंट के जवान कर रहे हैं। भारत की ओर से राजपूताना राइफल्स की एक बटालियन युद्धाभ्यास में शामिल हो रही है।
एक-दूसरे को प्रशिक्षण देंगे दोनों देशों के सैनिक
युद्धाभ्यास के दौरान जापानी सेना की पूर्वी सेना कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल तोगाशी यूची भी महाजन फिल्ड फायरिंग रेंज में आएंगे। वह तीन मार्च को काम्बेट शूटिंग, विशेष हेलीबोर्न आपरेशन और हाउस इंटरवेंशन ड्रिल देखेंगे। युद्धाभ्यास में मोबाइल वाहन चेक पोस्ट स्थापित करने के साथ दुश्मन के ठिकानों पर पहुंचकर कार्रवाई करने का दोनों देशों के सैनिक एक-दूसरे को प्रशिक्षण देंगे।
इस दौरान आत्मनिर्भर भारत के तहत देश में बढ़ती रक्षा और औद्योगिक क्षमता को प्रदर्शित किया जाएगा। जापान के सैनिकों को बताया जाएगा कि भारत के सैनिक अपने ही देश में निर्मित हथियारों का कैसे उपयोग कर रहे हैं।