Fri, 20 September 2024 03:17:12am
हल्द्वानी के बनभूलपुरा में एक अनाधिकृत मदरसे को तोड़ने पर भड़की हिंसा के तीन हफ्ते बाद शनिवार को जिले के गौलापार क्षेत्र के बागजाला में वन भूमि पर आठ निर्माणाधीन अवैध मकान ढहा दिये गये।
ईटीवी भारत की रिपोर्ट के अनुसार जिला प्रशासन सरकारी भूखंडों से अनधिकृत संरचनाओं को हटाने के लिए अपना अतिक्रमण विरोधी अभियान जारी रखे हुए है। 8 फरवरी को हलद्वानी के बनभूलपुरा में एक अनाधिकृत मदरसे को ध्वस्त करने के दौरान इलाके में हिंसा भड़क गई थी, जिसमें छह लोगों की मौत हो गई और 100 से अधिक लोग घायल हो गए।
रिपोर्ट के अनुसार उप जिलाधिकारी, हल्द्वानी परितोष वर्मा ने कहा कि बागजाला में वन भूमि पर अतिक्रमण था। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में कई लोगों ने वन विभाग की जमीन पर अतिक्रमण करना शुरू कर दिया और यहां अपने घर भी बनाने शुरू कर दिए। विभाग ने उन्हें कई नोटिस जारी किए लेकिन अवैध निर्माण जारी रहा। ऐसे में आज अतिक्रमणकारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। पहले चरण में, आठ निर्माणाधीन इमारतों को आज ढहा दिया गया।
रिपोर्ट के अनुसार अभियान के दौरान इलाके में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था। साथ ही वन विभाग और प्रशासन के अधिकारी भी मौजूद रहे। पूरे क्षेत्र को बैरिकेड्स लगाकर अलग कर दिया गया ताकि बाहरी लोग इस प्रक्रिया में हस्तक्षेप न करें। वन विभाग के अधिकारियों ने पाया है कि भू-माफिया सरकारी भूखंडों को 100 और 50 रुपये के स्टांप पेपर पर बेच रहे हैं। हालांकि प्रशासन ने लोगों से जमीन न खरीदने की अपील की, लेकिन बार-बार स्टांप पेपर पर भूखंड खरीदे गए।
रिपोर्ट के अनुसार वन विभाग के एसडीओ अनिल जोशी ने बताया कि अतिक्रमणकारियों को नोटिस जारी कर अनाधिकृत निर्माण तोड़ने को कहा गया है। उन्होंने कहा कि भविष्य में और भी अतिक्रमणकारियों की पहचान कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी।
गौरतलब है कि हलद्वानी के बागजाला में वन विभाग की 100 हेक्टेयर जमीन पर अवैध कब्जा कर लिया गया था। इसमें 66 हेक्टेयर जमीन पहले लीज पर दी गई थी जो 2008 में खत्म हो गई थी। इसके बावजूद इलाके में नए मकान बनाए जा रहे थे।