Fri, 20 September 2024 03:17:40am
Rex TV India की पूरी टीम की तरफ से माहे रमजान पर दिली मुबारकबाद
पवित्र महीने रमजान के चांद का आज (11 मार्च) दीदार हो गया है। कल (मंगलवार 12 मार्च) से रोजे की शुरुआत हो रही है। मुसलमान तीस दिनों तक रोज़े रखकर खुदा से गुनाहों की माफी मांगते हैं। रमजान रहमतों की बारिश करने वाला महीना भी है। इस बार का रमजान गुलाबी ठंड में शुरू हो रहा है। इस बार करीब तेरह घंटे का रोजा होगा। पंद्रह सालों बाद गुलाबी ठंड में तेरह घंटे के रोज़े होने से रोजेदारों को थोड़ी आसानी होगी। पवित्र रमजान माह को लेकर सभी मस्जिदों में विशेष तैयारियां की जा रही हैं।
रमजान माह के चांद का हुआ दीदार
मस्जिदों में सजावट के खास इंतजाम किये गए हैं। प्रशासन ने भी मस्जिदों के पास और मुस्लिम इलाकों में साफ सफाई करा दी है। तरावीह की नमाज का लोगों में जबरदस्त जोश है। मुसलमान मस्जिदों में जाकर तरावीह सुनते हैं। रमजान के पूरे महीने तरावीह का दौर चलता है। चांद नजर आने के साथ तरावीह की तैयारियों में लोग जुट गए थे। दिन भर खरीदारों से बाजार गुलजार रहे। खजूर, सूतफेनी, टोपी और सहरी और इफ्तार के सामान की दिन भर जमकर खरीदारी हो रही थी। धार्मिक किताबों, जानमाज़ और तस्वीह भी लोग बड़े शौक से खरीद रहे थे। रोजा खोलने के लिए खजूर को पसंद किया जाता है। इस बार ईरान से आए खजूर की बाजार में ज्यादा मांग देखी जा रही है।
रहमत, बरकत की शुरुआत
रोजेदार को सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त तक खाने पीने की मनाही होती है। इस्लामी कैलेंडर के बारह महीनो में रमजान को सबसे पाक और मुकद्दस महीना माना जाता है। धार्मिक मान्यता है कि रमजान के महीने में तीस रोज़े रखकर अल्लाह की इबादत करने वालों के सब गुनाह माफ़ होते है। ज़िंदगी ख़त्म होने पर जन्नत में जगह मिलती है। ऐसा माना जाता है कि रमजान के महीने में की गई इबादत का फल आम दिनों से सत्तर गुना ज्यादा हासिल होता है। इस महीने में अल्लाह अपने बंदों की इबादत से खुश होकर रहमतों की बारिश करते हैं। इस्लाम धर्म के जानकारों के अनुसार रमजान के पवित्र माह में रोजे रखकर इबादत करने वाला बंदा अल्लाह का चहेता बन जाता है। तीस दिन रोज़े के बाद ईद की खुशियां मनाने का मौका मिलता है।