Fri, 20 September 2024 03:29:56am
साइबर अपराध करने वाले ठग और अपराधी नए-नए हथकंडे अपना रहे हैं। अब वह कभी पुलिस तो कभी सीबीआई अफसर के नाम से लोगों को फोन करके कह रहे हैं कि उनका लड़का लुटेरे, चोरों के गैंग में शामिल पाया गया है। क्या किया जाए? अगर इस नंबर पर पैसे ऑनलाइन भेज दीजिए तो कुछ व्यवस्था हो जाएगी। कई लोग घबराकर पैसे भेज देते हैं और बाद में पता चलता है कि उनका लड़का तो सही सलामत है।
जागरण की एक रिपोर्ट के अनुसार प्रतापगढ़ उत्तर प्रदेश के श्याम बिहारी गली में दो आभूषण व्यवसायी इसमें पैसा देकर फंस चुके हैं। भुपियामऊ के एक अधिवक्ता ने अपनी सतर्कता से अपने नुकसान को बचा लिया। शहर में रहने वाले विकास विभाग के एक पूर्व अधिकारी के पास मंगलवार को फोन आया। उनके जिस बेटे के बारे में ठग फंसने की बात बताकर पैसे लेने का दबाव बना रहे थे, वह उनके पास ही बैठा था। जब उसने उल्टे सवाल दागने शुरू किए तो फ्राड करने वाले ने काल डिसकनेक्ट कर दी।
रिपोर्ट के अनुसार जेठवारा के रहने वाले प्रधानाचार्य आरसी मिश्रा के मोबाइल पर भी मंगलवार को इस तरह का फोन आया। कालर ने कहा कि आपका बेटा क्राइम के एक केस में पकड़ा गया है, क्या नाम है उसका...। होशियार प्रधानाचार्य ने कहा कि पकड़ा आपने है तो नाम भी बताइए। इस पर ठग ने कहा कि तो उसे जेल में ठूंस दूंगा। प्रधानाचार्य ने कहा कि जो करना है करो, पैसे नहीं मिलेंगे। इस तरह के अनेक मामले साइबर थाने तक पहुंच रहे हैं। पुलिस केस स्टडी कर रही है।
मत घबराएं, 1930 मिलाएं
साइबर क्राइम में लोगों के पैसे लूटे जा रहे हैं। इंटरनेट मीडिया पर एडिट तस्वीरों से ब्लैकमेल किया जा रहा है। किसी के फोन को रिमोट कंट्रोल से हैक किया जा रहा है और फिर अकाउंट खाली किए जा रहे हैं। किसी को कुरियर डिलीवरी के नाम पर चपत लग रही है। सही जानकारी होने पर कुछ लोगों के पैसे वापस मिल जाते हैं। सरकार ने साइबर क्राइम या फ्राड की शिकायत करने के लिए राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल बनाया है। किसी भी तरह का फ्राड होता है तो बिना देर किए 1930 पर काल करके शिकायत करें। आप अपनी शिकायत https://cybercrime.gov.in/ पर भी दर्ज करवा सकते हैं।
ध्यान रहे, अनजान नंबरों की कॉल रिसीव न करें। हो सके तो स्क्रीनशॉट ले लें। हर शहर में पुलिस का साइबर थाना संचालित है। वहां जाकर केस दर्ज कराएं। पुलिस जांच करके कार्रवाई करेगी।