Fri, 20 September 2024 03:30:44am
पश्चिम बंगाल में एनआईए टीम पर हुए हमले को लेकर भाजपा और टीएमसी में जुबानी जंग तेज हो गई है। टीएमसी का दावा है कि केंद्रीय एजेंसियों ने भाजपा के साथ हाथ मिला लिया है और वे लोकसभा चुनाव से पहले उनकी पार्टी के नेताओं को गिरफ्तार कर रही हैं। वहीं भाजपा का आरोप है कि टीएमसी सरकार में बंगाल में अपराधियों को संरक्षण मिल रहा है और राज्य में कानून व्यवस्था दिनों-दिन बिगड़ती जा रही है।
गौरतलब है कि एनआईए की टीम ने साल 2022 में भूपतिनगर बम विस्फोट मामले में मनोब्रतो जाना और बालीचरन मैती को गिरफ्तार किया है। जाना की पत्नी ने एनआईए के अधिकारियों पर आरोप लगाया है कि एनआईए की टीम जबरन उनके घर में घुसी और उनके घर में तोड़-फोड़ की। जाना की पत्नी ने एनआईए टीम पर उसका शील भंग करने का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज कराई है।
दूसरी तरफ, एनआईए ने भी स्थानीय पुलिस में उन पर हुए हमले को लेकर मामला दर्ज कराया है। हालांकि अभी तक बंगाल पुलिस ने इस मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं की है।
पूरे मामले पर बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आरोप लगाया है कि केंद्रीय जांच एजेंसियां ईडी, एनआईए और सीबीआई, भाजपा के लिए काम कर रही हैं और बिना किसी जानकारी के छापेमारी कर रही हैं। भूपतिनगर में एनआईए टीम पर हमले का बचाव करते हुए उन्होंने कहा कि अगर कोई उनके घर में रात में जबरन घुसेगा तो महिलाएं क्या करेंगी?
वहीं, टीएमसी महासचिव अभिषेक बनर्जी ने भी केंद्रीय जांच एजेंसियों और भाजपा की मिलीभगत का आरोप लगाया। टीएमसी का आरोप है कि बंगाल भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने बीती 26 मार्च को एनआईए के सुपरीटेंडेंट से मुलाकात की थी। इस मुलाकात में टीएमसी के नेताओं की लिस्ट दी है, जिन्हें गिरफ्तार किया जाना है।
जबकि, एनआईए ने टीएमसी के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। एनआईए ने दावा किया है कि उनकी टीम ने उकसावे वाली कोई कार्रवाई नहीं की कानून के दायरे में रहकर ही छापेमारी की गई थी।
वहीं, अभिषेक बनर्जी के आरोपों को भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी ने खारिज कर दिया है और भाजपा नेता के एनआईए अधिकारी से मिलने के दावे को साबित करने की चुनौती दी है। सुवेंदु अधिकारी ने कहा कि अभिषेक बनर्जी कह रहे हैं कि उनके पास वीडियो है तो उन्हें इसे जारी करना चाहिए।
बता दें कि, बीते हफ्ते एनआईए की टीम भूपतिनगर में साल 2022 में हुए बम धमाके के मामले में छापेमारी करने और दो आरोपियों को गिरफ्तार करने पहुंची थी। इस दौरान जब एनआईए टीम दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लौट रही थी, तो स्थानीय लोगों ने एनआईए टीम पर पथराव किया। जिसमें एनआईए की गाड़ियों के शीशे टूट गए और कई अधिकारी घायल हुए।
पूरे मामले को लेकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पुराना ट्विटर) टीएमसी, भाजपा और एनआईए की इस जुबानी जंग में अखाडा बना हुआ है।