Fri, 20 September 2024 06:18:05am
बिहार के नालंदा जिले में शिक्षा विभाग के दिशानिर्देशन में निजी विद्यालयों से आगे निकलने की ललक आज सभी सरकारी विद्यालयों में देखने को मिल रही हैं। उत्क्रमित मध्य विद्यालय दरियासराय सिलाव में शिक्षक-अभिभावक संगोष्ठी सह बच्चों का सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इसमें पहली से आठवीं तक प्रत्येक कक्षा के प्रतिभावान बच्चों को प्रशस्ति पत्र व मेडल देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रधानाध्यापक लाल बाबू नयन ने कहा कि आज के बच्चे ही हमारा भविष्य हैं। इसलिए अभिभावक अपने बच्चे पर जितना ध्यान आज देंगे उतना ही उसका भविष्य उज्जवल होगा। शिक्षक बच्चें को अपना शिष्य नहीं बल्कि अपनी संतान समझ कर उसका भविष्य सुधारने का कार्य करेंगे।
शिक्षक रोहित कुमार ने सरकार द्वारा बच्चों को प्रदान की जा रही विभिन्न प्रकार की सेवाओं जैसे छात्रवृति, पोशाक, मध्याह्न भोजन, नैपकिन, पुस्तक, FLN कीट, स्वास्थ्य जांच, आयरन, अलमेंडाजोल आदि की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बच्चों से प्रतिदिन समय से ड्रेस में विद्यालय आने और अभिभावकों को सरकार द्वारा बच्चों को प्रदान की जा रही सुविधाओं की राशि बच्चे पर ही खर्च करने की शपथ दिलाई।
पंचायत समिति सदस्य मिथलेश कुमार व प्रधानाध्यापक लालबाबू नयन द्वारा सभी बच्चों को मेडल, प्रशस्ति पत्र व प्रगति पत्रक प्रदान किया गया। शिक्षक मो0 शब्बीर अख्तर, मो0 नजमुद्दीन, मुकेश कुमार सिन्हा, धीरज कुमार अकेला, अर्चना देवी, कंचन कुमारी, नवल किशोर प्रसाद द्वारा संयुक्त रूप से विद्यालय परिसर में तीन पौधे का पौधारोपण कर सभी बच्चे से एक-एक और उत्कृष्ठ प्रदर्शन करने वाले सभी बच्चों से दो-दो पौधे रोपण व उसका संरक्षण करने की अपील की।
इसी तरह का आयोजन उत्क्रमित उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सब्बैत, मध्य विद्यालय सुरुमपुर, मध्य विद्यालय बिन्डीडीह, समेत तकरीबन सभी विद्यालयों में किया गया, जिसमे सभी अभिभावकों को अपने बच्चों का नामांकन विद्यालय में कराने व मतदान के दिन वोट जरूर देने की अपील की, ताकि हमारा लोकतंत्र और भी मजबूत हो सके। रिपोर्ट - कुमुद रंजन सिंह, पत्रकार/नालंदा