Fri, 20 September 2024 03:23:58am
लोकसभा चुनाव के ठीक बाद 29 जून से अमरनाथ यात्रा शुरू होगी। इस बार 52 दिन की यात्रा 19 अगस्त तक चलेगी, जो पिछले साल से दस दिन कम होगी। यात्रा के लिए 15 अप्रैल से देशभर में अधिकृत बैंक शाखाओं में अग्रिम यात्री पंजीकरण प्रक्रिया शुरू होगी। पारंपरिक बालटाल और पहलगाम ट्रैक से दैनिक आधार पर 10-10 हजार श्रद्धालुओं को पवित्र गुफा की ओर भेजने की अनुमति होती है।
श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड के अनुसार, इस बार यात्रा के दौरान किसी भी प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए उचित प्रबंध किए जाएंगे। यात्रा के दौरान बाबा अमरनाथ की पवित्र गुफा से सुबह-शाम आरती का सीधा प्रसारण जुलाई से किया जाएगा।
खराब मौसम या अन्य आपदा के दौरान यात्रा रुकने की स्थिति में जम्मू, रामबन और श्रीनगर में पर्याप्त संख्या में यात्रियों को ठहराने के लिए उचित प्रबंध किए जाएंगे। इसके लिए यात्री निवासों का विस्तार किया गया है। श्रीनगर के यात्री निवास पर काम तेजी से किया जा रहा है।
पिछले साल 17 अप्रैल से शुरू किया गया था पंजीकरण
पिछले साल 17 अप्रैल से अग्रिम यात्री पंजीकरण प्रक्रिया को शुरू किया गया था और इस साल दो दिन पहले इसकी शुरुआत की जा रही है। अग्रिम यात्री पंजीकरण के लिए देशभर में करीब 500 बैंक शाखाओं को ऑफलाइन पंजीकरण के लिए अधिकृत किया जाता है।
यात्रा पंजीकरण के लिए स्वास्थ्य प्रमाणपत्र जरूरी
अग्रिम यात्री पंजीकरण के लिए अनिवार्य स्वास्थ्य प्रमाणपत्र बनाना जरूरी है। इसके लिए जम्मू संभाग के दस जिलों के निर्धारित स्वास्थ्य केंद्रों में 112 डाक्टर अधिकृत किए गए हैं।
कब कितने यात्री पहुंचे
अगर बीते वर्षों की बात करें तो साल 2013 में 3.53 लाख यात्री, 2014 में 3.72 लाख यात्री, 2015 में 3.52 लाख यात्री, 2016 में 2.20 लाख यात्री, 2017 में 2.60 लाख यात्री, 2018 में 2.85 लाख यात्री, 2019 में 3.40 लाख यात्री, 2022 में 3.65 लाख यात्री और गत वर्ष साल 2023 में 4.45 लाख यात्री अमरनाथ की यात्रा में शामिल हुए। वहीं, साल 2020 और 2021 में कोरोना के चलते यात्रा की अनुमति नहीं दी गई थी।