Fri, 20 September 2024 03:22:23am
आभूषण कंपनी पी सी चंद्रा ग्रुप द्वारा चंद्रयान मिशन के सफलता पर अपने 31 वें विशेष पुरस्कार से इसरो चीफ एस. सोमनाथ को सम्मानित किया गया। सम्मानित किए जाने के बाद सोमनाथ ने पत्रकारों से कहा कि देश की प्रमुख अंतरिक्ष अनुसंधान एजेंसी का आदित्य-एल(1) सौर मिशन लगातार सूर्य के बारे में डेटा भेज रहा है।
कोलकाता में आयोजित समारोह में उन्होंने बताया कि अंतरिक्ष यान के कई उपकरण कई पहलुओं पर डेटा फीड करने के लिए लगातार काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम सूर्य को निरंतर विभिन्न तरीके से देख रहे हैं, जिसमें पराबैंगनी चुंबकीय चार्ज गणना, कोरोना ग्राफ अवलोकन, एक्स-रे अवलोकन और अन्य चीजें शामिल हैं। भारत का पहला सौर मिशन यान आदित्य-एल(1) सात महीने पूर्व दो सितंबर, 2023 को लॉन्च किया गया था।
सोमनाथ ने संवाददाताओं से कहा कि हम इस उपग्रह को पांच साल के लिए रख रहे हैं और प्राप्त गणनाओं का विश्लेषण दीर्घकालिक उपाय के रूप में किया जाएगा। यह आपकी तत्काल खबर की तरह नहीं है कि आज सूर्य के बारे में कुछ बताया गया है, कल कुछ और होगा, चीजें हर दिन बदल रही होंगी।
उन्होंने कहा कि सभी गणनाएं अभी होंगी लेकिन नतीजे बाद में पता चलेंगे। यह पूछे जाने पर कि क्या यह मिशन सूर्य ग्रहण पर प्रकाश डाल सकेगा। सोमनाथ ने कहा कि ग्रहण तब होता है जब सूर्य चंद्रमा द्वारा अवरुद्ध हो जाता है।
जाहिर है, हमारा मिशन ग्रहण से पहले, ग्रहण के दौरान और उसके बाद में सूर्य के बारे में डेटा भी एकत्र कर रहा है। अन्य अंतरिक्ष एजेंसियों के साथ सहयोग के बारे में उन्होंने कहा कि इसरो एक संयुक्त उपग्रह निसार (नासा-इसरो सिंथेटिक एपर्चर रडार) बना रहा है।